मऊ: जिलाधिकारी अमित सिंह बंसल ने गुरुवार की शाम दोहरीघाट ब्लाक क्षेत्र में औचक निरीक्षण किया। शाम चार बजे के करीब वह दोहरीघाट पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सबसे पहले पाउस में स्थित गौशाला में पशुओं के लिए नदी किनारे बोए गए चारे को देखा। यहां जिलाधिकारी ने खेत में गढ्ढा खोद कर देखा कि बीज डाला गया है कि नहीं। इस पर खण्ड विकास अधिकारी ने जानकारी दी कि यह चारा एक हफ्ते पहले ही बोया गया है। इस उन्होंने बीडीओ को फटकार लगाते हुए उसे ऊंचाई वाले स्थान पर बोने का निर्देश दिया। साथ ही खण्ड विकास अधिकारी विजय कुमार को निर्देश दिया कि ब्लाक के अन्य गांवों में जगह की तलाश कर जल्द से जल्द ऊंचाई वाले स्थान पर चारा बोया जाए, जहां पर पानी से यह डूबने न पाए।
यहां से फिर जिलाधिकारी ग्राम विकास संस्थान पहुंचे। यहां उन्होंने संस्थान के जीणोद्धार के लिए चल रहे निर्माण कायों का निरीक्षण किया। यहां उन्होंने सम्बंधित कर्मियों को निर्देश दिया कि किसी भी चीज में गुणवत्ता से कोई खिलवाड़ न किया जाए। अगर गुणवत्ता से खिलवाड़ की शिकायत मिली तो सम्बंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
आखिरी में वह चौधरी चरण सिंह पम्प कैनाल नहर पर पहुंचे। यहां पहले तो उन्हें चौधरी चरण सिंह पम्प कैनाल नहर पर गेट में ताला लगा मिला, जिस पर वह भड़क गए। आनन-फानन में मौके पर पहुचे कर्मचारियों ने ताला खोला। जिलाधिकारी अमित सिंह बंसल ने अंदर जाकर देखा तो नहर बन्द थी, जिस पर उनका गुस्सा और बढ़ गया। मौके पर उपस्थित कर्मचारियों से उन्होंने पूछा कि नहर क्यों बन्द है तो हाईवोल्टेज के वजह से नहर बन्द होने की बात बताई गई।
इसके बाद जिलाधिकारी ने मौके पर ही एक मोटर को चालू करने को कहा। वहां मौजूद कर्मचारियों ने एक मोटर को चालू किया और मोटर चल गया। इस पर जिलाधिकारी ने कर्मचारियों से पूछा कि जब हाईवोल्टेज है तो यह मोटर कैसे चालू हो गई। उन्होंने तुरन्त कर्मचारियों को निर्देश दिया कि नहर को पूरी क्षमता से चलाया जाए। अगर नहर बन्द मिलने की सूचना मिली तो कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।