ग्वालियर : सर्वधर्म संगीत व कला महाविद्यालय व गीतांजलि गीत (सचिव, मेरा मंच सांस्कृतिक व शैक्षणिक संस्था) के द्वारा नाट्य अभिनय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। संस्था के संरक्षक श्री सुभाष अरोरा (पूर्व जॉइंट डायरेक्टर पब्लिक रिलेशन) के मार्गदर्शन में आयोजन समिति का गठन किया गया है। यह वर्कशॉप आयोजक समिति के प्रमुख सदस्य सुभाष अरोरा, सर्वधर्म महाविद्यालय के प्रमुख डॉ अजय प्रताप सिंह चौहान, डॉ करुणा सिंह चौहान, मध्यप्रदेश NGO परिषद अध्यक्ष डॉ प्रदीप कश्यप जी, रोहित गिरवाल (असिस्टेंट कमिश्नर जीएसटी) व गीतांजलि गिरवाल (मेरा मंच सचिव) के विशेष देखरेख में आयोजित हो रही है।

आयोजक समिति का कहना है कि चूंकि कोरोना का ख़तरा अभी बरकरार है तो हमारे द्वारा कई सावधानियां बरती जा रही हैं। हमने कार्यशाला के लिये भी इसकी समुचित तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। आयोजक समिति ने अपनी मीटिंग में ये फैसला लिया है कि कार्यशाला “बायो बबल” का पालन करेंगी। इसका मतलब ये है कि कार्यशाला में आये लोग न तो बाहर जाएंगे न ही बाहर से कोई आएगा।

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इसका संचालन मुंबई के रंगमंच विशेषज्ञ विभांशु वैभव करने जा रहे हैं। वे तकरीबन 35 साल से रंगकर्म में सक्रिय हैं। उन्हें नाट्य लेखन के लिये 2017 में संगीत नाटक अकादमी, उर्दू अकादमी के बेस्ट डायरेक्टर और रंगकर्म के लिये साहित्य कला परिषद का पुरस्कार मिल चुका हैं। श्री वैभव ने 23 नाटकों,12 से अधिक टीवी धारावाहिकों और वृत्त चित्रों में काम किया है। वह एक दर्जन से अधिक नाटकों का निर्देशन और नौ नाटकों का लेखन कर चुके हैं। इस कार्यशाला संबंधी जानकारी के लिये प्रशिक्षण के इच्छुक कलाकार मोबाइल नंबर 9926019239 और 8319254957 पर संपर्क कर सकते हैं।

नाट्य कार्यशाला की विशेषताएं:-

  • यह 30 दिन की आवासीय कार्यशाला है, जो पहली बार ग्वालियर में आयोजित हो रही है, जिसमें देश भर से प्रतिभागी भाग ले रहे हैं।
  • इस कार्यशाला में विशेष रूप से पाश्चात्य नाट्य और अभिनय पद्धति का ज्ञान देने के साथ मूलतः भारतीय अवधारणा से अभिनेताओं को अभिनय में पारंगत किया जाएगा।
  • यह कार्यशाला मेरा मंच सांस्कृतिक व शैक्षणिक संस्था ग्वालियर व सर्वधर्म संगीत व कला महाविद्यालय बड़ागांव के संयुक्त तत्वावधान से आयोजित हो रही है।
  • वर्कशॉप मुख्यतः अभिनय व योग पर केंद्रित रखी गई है।
  • वर्कशॉप का पहला दिन इस बात पर आधारित होगा कि हम वर्कशॉप के उद्देश्यों को प्राप्त करने की दिशा में कैसे काम करेंगे।
  • यह एक इंटेंसिव एक्टिंग वर्कशॉप होगी। इसमें नाट्य कला, रंगमंच की गहराइयों के साथ उन बारीकियों का अध्ययन कराया जाएगा, जिनसे चरित्र का निर्माण होता है।
  • अभिनय के सिद्धांतों के अतिरिक्त यथार्थवादी और शैलीकृत अभिनय के अंतर की विवेचना का परीक्षण किया जाएगा।
  • रंगमंच की बारीकियों पर गहरी समझ के साथ उन अभ्यासों को एक्सरसाइज कराया जाएगा, जिससे परकाया प्रवेश (ट्रांसफॉर्मेशन ऑफ कैरेक्टर) होता है।
  • वॉइस, डिक्शन, जेस्चर, लैंग्वेज और स्पीच पर विशेष कार्य होगा।
  • यह कार्यशाला अन्य नाट्य कार्यशालाओं से भिन्न है, क्योंकि सारे कलाकार एक साथ 24 घंटे रहेंगे। उनके मनमस्तिष्क और उनके स्वभावगत दुर्बलताओं को दूर करते हुए उनको अभिनय की सहजता पैदा करने की युक्ति का अभ्यास कराया जाएगा।
  • अभिनेता की कल्पना को जागृत और सचेतन किया जाएगा। उनके साथ ऐसे नए कथ्य पर कार्य किया जायेगा, जो रंगमंच के लिए एक मौलिक रचनात्मक उपलब्धि होगी।
  • 30 दिवसीय वर्कशॉप को दिन के 4 भागों में बांटा है। इसमें सुबह 7:00 से 9:00 योग व फिजिकल एक्सरसाइज, 9 से 10 ब्रेकफास्ट, 10 से 1  विभिन्न थियेटर विषयों पर लैक्चर, 1 से 2 लंच, 2 से 5 विभिन्न थिएटर गेम, 5 से 5:30 टी-ब्रेक, 5:30 से 8 अलग अलग स्क्रिप्ट की रीडिंग होगी।

नाट्य कार्यशाला की रूपरेखा 30 दिवसीय कार्यशाला को 10-10 दिन के हिसाब से तीन भागों में बांटा है।

  • पहले 10 दिन वर्कशॉप में आए हुए सभी प्रतिभागी एक दूसरे को जानेंगे, नाटक पर बात की जाएगी, स्क्रिप्ट पढ़ी जाएगी, पढ़ी हुई स्क्रिप्ट पर मंथन, विचार विमर्श होगा एवं स्क्रिप्ट को याद कैसे किया जाए आदि बातों पर काम किया जाएगा।
  • इसके अगले 10 दिन में नाटक से संबंधित एक्टिविटी, ब्लॉकिंग, इंप्रोवाइजेशन , स्टेज मूवमेंट, डायलॉग डिलीवरी एवं अलग-अलग विषयों पर प्रेक्टिकल दिए जाएंगे जैसे एक्टिंग, मेकअप, म्यूजिक, सेट डिजाइनिंग, प्रॉपर्टीज ,कॉस्टयूम लाइट, साउंड आदि पर काम किया जाएगा।
  • आखिरी के 10 दिन में चुनी हुई स्क्रिप्ट पर एवं दिए गए रोल पर काम किया जाएगा कॉन्फिडेंस लेवल कैसे बना रहे इस पर काम किया जाएगा रोल से संबंधित छोटी-छोटी कमियों को दूर किया जाएगा।

मेकअप, कॉस्टयूम, प्रॉपर्टीज प्रतिभागियों के द्वारा ही तैयार की जाएगी। ब्लॉकिंग, रिहर्सल, रन थ्रू यह सब करते हुए नाटक मंचन के लिए तैयार होगा जिस का मंचन 19 दिसंबर 2021 को होगा।

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