लखनऊ: बसपा प्रमुख मायावती अम्बेडकर जयंती के मौके पर पार्टी कार्यालय पहुंचीं। यहां उन्होंने बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। उन्होंने ट्वीट के जरिये सरकार पर हमला भी बोला और कहा कि दलित नेताओं को अपने समाज के लिए काम नहीं करने देती है।
मायावती ने बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जयंती पर उनके अनुयाइयों की ओर से श्रद्धा-सुमन अर्पित की। उन्होंने कहा कि संविधान शिल्पी परमपूज्य बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर को देश कभी नहीं भुला सकता है। बाबा साहेब ने करोड़ों कमजोर व उपेक्षित वर्ग, मेहनतकश समाज आदि के हित के प्रति उनके ऐतिहासिक योगदान के लिए देश हमेशा ऋणी व कृतज्ञ रहेगा।
2. जातिवादी मानसिकता से ग्रस्त विरोधी पार्टियों व इनकी सरकारें बाबा साहेब डा. अम्बेडकर के संघर्षों व संदेशों की कितनी ही अवहेलना करके उनके अनुयाइयों पर शोषण, अन्याय-अत्याचार व द्वेष आदि जारी रखें, किन्तु उनके आत्म-सम्मान व स्वाभिमान का बीएसपी मूवमेन्ट रुकने व झुकने वाला नहीं है।
— Mayawati (@Mayawati) April 14, 2022
मायावती ने कहा कि जातिवादी मानसिकता से ग्रस्त विरोधी पार्टियों व इनकी सरकारें बाबा साहेब डॉ. अम्बेडकर के संघर्षों व संदेशों की कितनी ही अवहेलना करके उनके अनुयाइयों पर शोषण, अन्याय-अत्याचार व द्वेष आदि जारी रखें, किन्तु उनके आत्म-सम्मान व स्वाभिमान का बीएसपी मूवमेन्ट रुकने व झुकने वाला नहीं है।
3. जातिवादी सरकारें उपेक्षित वर्ग के नेताओं को अपने समाज का भला करने की छूट नहीं देती हैं। यदि कोई कुछ करने का प्रयास करता है तो उसको दूध की मक्खी की तरह निकाल-बाहर कर दिया जाता है, जैसाकि अब तक यहाँ होता रहा है। इसीलिए इन वर्गों की हालत अभी तक मजबूर व लाचार, यह अति-दुःखद।
— Mayawati (@Mayawati) April 14, 2022
मायावती ने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि जातिवादी सरकारें उपेक्षित वर्ग के नेताओं को अपने समाज का भला करने की छूट नहीं देती हैं। यदि कोई कुछ करने का प्रयास करता है तो उसको दूध की मक्खी की तरह निकाल-बाहर कर दिया जाता है। जैसा कि अब तक यहां होता रहा है। इसीलिए इन वर्गों की हालत अभी तक मजबूर व लाचार है, यह अति-दुःखद है।
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