फिरोजाबाद : अदालत ने शिकोहाबाद के पूर्व चेयरमैन और समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के समधी रामप्रकाश यादव उर्फ नेहरू समेत 12 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी के एक मामले में गैर जमानती वारंट जारी किया है। अदालत ने पुलिस को आदेश दिया कि सभी आरोपियों को 25 अप्रैल तक गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करें।
मामला फिरोजाबाद जनपद के लाइनपार थाने से जुड़ा है। नगला विष्णु निवासी वीरेंद्र ने साल 2018 के सितंबर महीने में शिकोहाबाद के पूर्व चेयरमैन राम प्रकाश यादव उर्फ नेहरू समेत 15 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने जांच के बाद 3 आरोपियों को क्लीन चिट दे दी जबकि 12 लोगों के खिलाफ अदालत में आरोप पत्र दाखिल कर दिया। जिन लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया, उनमें पूर्व चेयरमैन रामप्रकाश यादव का भी नाम है।
इस मामले में गिरफ्तारी से बचने के लिए रामप्रकाश यादव उर्फ नेहरू और अन्य आरोपियों ने हाईकोर्ट से स्टे आर्डर ले लिया था। अब स्टे ऑर्डर की समय सीमा खत्म हो गई है। अदालत ने आरोपियों को नोटिस जारी किया लेकिन आरोपियों ने न तो कोई आदेश दिखाया और न ही कोर्ट में सरेंडर किया। ऐसे में एसीजेएम ने राम प्रकाश उर्फ नेहरु के साथ-साथ बनवारी लाल, राजबहादुर,जल देवी, सरोज, बेबी, ओंकार सिंह समेत 12 लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है।
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अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने पुलिस को आदेश दिया कि वह सभी आरोपियों को 25 अप्रैल तक गिरफ्तार कर अदालत में पेश करें। बता दें कि राम प्रकाश यादव की बेटी मृदुला, मुलायम सिंह यादव के भतीजे रणवीर सिंह यादव की पत्नी है, इसलिए वह मुलायम सिंह यादव के समधी है। राम प्रकाश नेहरू सिरसागंज के पूर्व विधायक और बीजेपी नेता हरिओम यादव के भाई हैं।