नई दिल्ली: आतंकवाद के मंसूबे ध्वस्त करने के बाद केंद्र सरकार अब हर साल आतंकवाद विरोधी दिवस भी मनाने जा रही है। इसको लेकर सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र जारी किया गया है। गृह मंत्रालय की ओर से जारी पत्र के तहत हर साल 21 मई को आंतकवाद विरोधी दिवस मनाया जाएगा। यह पत्र सभी राज्य के मुख्य सचिवों, सभी मंत्रालयों और विभागों के सचिवों को लिखा गया है।
पत्र में कहा गया है कि इस दिन को मनाने का उद्देश्य युवाओं को आतंकवाद और हिंसा से दूर करना है। उन्हें बताया जाएगा कि आतंकवाद को खत्म करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से कौन-कौन सी योजनाएं चलाई गई हैं। इसके अलावा उन्हें बताया जाएगा कि उनकी एक गलती किस तरह से राष्ट्रीय समस्या बन सकती है। केंद्र का मानना है कि अगर युवा सही रास्ते पर आ गए तो आतंकवाद खुद-ब-खुद खत्म हो जाएगा।
पत्र में कहा गया है कि सभी कार्यालयों, सार्वजनिक क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी शपथ भी दिलाई जाएगी। इसके अलावा डिजिटल व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से आतंकवाद विरोधी संदेश को भी प्रसारित किया जा सकता है। पत्र में कहा गया है कि केंद्र सरकार के कार्यालयों में 21 मई को शनिवार होने के चलते अवकाश रहेगा। ऐसे में 20 मई को शपथ दिलवाई जा सकती है। हालांकि, राज्य सरकार के दफ्तरों या जहां शनिवार का अवकाश नहीं है वहां 21 मई को ही शपथ दिलवाई जाए।