नई दिल्ली: विलुप्त होने के 7 दशकों के बाद एक बार फिर चीतों की आवाज भारत में सुनाई देगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मध्य प्रदेश में अफ्रीका के नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को कुनो नेशनल पार्क में छोड़ा। नेशनल पार्क में चीतों को छोड़ने का काम पीएम द्वारा अपने 72वें जन्मदिन के मौके पर किया गया है।
इन चीतों को लेकर विशेष मालवाहक विमान से नामीबिया से ग्वालियर एयरबेस लाया गया, इसके बाद चिनूक हेलीकॉप्टर से कूनो राष्ट्रीय उद्यान ले जाया गया। इन 8 चीतों में 5 नर और 3 मादा हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एयरफोर्स के विमान से पहले ग्वालियर एयरबेस, फिर वहां से हेलीकाॅप्टर से कूनो वन अभयारण्य पहुंचे और पिजड़े का लीवर दबाकर 3 चीतों को विशेष तौर पर बनाए गए क्वारंटीन जोन में छोड़ा। इसके बाद बाकी के चीतों को भी वन अधिकारियों द्वारा छोड़ दिया गया। इन सभी 8 चीतों की 1 महीने तक निगरानी की जाएगी और सबकुछ ठीक रहने पर इन्हें मुख्य वन में छोड़ दिया जाएगा।
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चीता बिग कैट फैमिली का सबसे सुडौल, तेज रफ्तार वाला जानवर है। यह केवल तीन सेकंड में जीरो से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ लेते हैं। अद्भुत चीता जमीन पर दुनिया के सबसे तेज स्तनधारी हैं। वयस्क चीता का वजन 34 किलोग्राम से 56 किलोग्राम के बीच हो सकता है। वहीं नर चीता अधिक भारी होते हैं। छोटा सिर, पतली कमर व गठीले शरीर के कारण इनकी फुर्ती देखते ही बनती है।
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