लखनऊ: उत्तर प्रदेश के निकाय चुनाव में समाजवादी पार्टी गठबंधन में सियासी घमासान बढ़ते जा रहा है। अब सपा और आरएलडी आमने-सामने आ गए हैं। कई सीटों पर जयंत चौधरी ने सपा उम्मीदवार के खिलाफ अपना भी प्रत्याशी उतार दिया है। इससे पहले अखिलेश यादव को पल्लवी पटेल की पार्टी ने भी झटका दे दिया है।
सपा गठबंधन के दलों के बीच आपसी लड़ाई बढ़ती जा रही है। बिजनौर में छह सीटों पर रालोद ने सपा उम्मीदवारों के खिलाफ अपने प्रत्याश भी उतार दिए हैं। हालांकि पार्टी ने पहले ही बड़ौत में भी रालोद ने उम्मीदवार खड़े किए थे। लेकिन इसके बाद अब बागपत में भी गठबंधन के दोनों दल आमने-सामने हैं। हालांकि अब बड़ौत और बागपत के बाद कांधला सीट पर भी सपा के खिलाफ रालोद का प्रत्याशी मैदान में हैं।
यही दोनों दलों के बीच बढ़ती खटपट के बाद मान मनौव्वल का दौर तेज होने लगा है। ऐसी सीटों पर दोनों पार्टियों के ओर से समझौते को लेकर दोनों पक्ष लगातार काम कर रहे हैं। सूत्रों की मानें तो अभी तक दोनों ही दलों में कोई भी नामांकन पत्र वापस लेने को तैयार नहीं है। दरअसल, बीते चुनावों में पश्चिमी यूपी की सीटों पर सपा को रालोद के साथ गठबंधन का फायदा मिलता दिखा है। लेकिन अब निकाय चुनाव में दोनों कई जगहों पर आमने-सामने हो गए हैं।
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हालांकि सपा गठबंधन को एकजुट रखना अखिलेश यादव के लिए चुनौती हो गई है। पहले गठबंधन से अपना दल कमेरावादी ने निकाय चुनाव में प्रत्याशी उतार दिए हैं। यानी सपा गठबंधन में फूट पड़ती नजर आने लगी है। लेकिन इसके बाद अब जयंत चौधरी ने भी अखिलेश यादव के लिए चुनौतियों को और बढ़ा दिया है। बता दें कि निकाय चुनाव के लिए दूसरे चरण के अंतर्गत नामांकन शुरू हो चुका है, जो 24 अप्रैल तक होगा।