लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सम्पन्न हुए पंचायत चुनाव के दौरान कई जगहों पर किसी न किसी वजह से चुनाव को टालना पड़ा था। ऐसी ही 114 ग्राम पंचायतों में 9 मई एक बार फिर से मतदान कराया गया था, जिसकी मतगणना मंगलवार को समपन्न हो गई। बता दें कि इनमें से कई जगहों पर किसी न किसी प्रत्याशियों की मौत हो गई थी या फिर चुनाव में धांधली के चलते मतदान रोकना पड़ा था।

प्रदेश के इन 114 ग्राम पंचायतों में हुए मतदान के परिणाम जानने के लिए मंगलवार सुबह आठ बजे से ही मतगणना शुरू हो गई। पुनर्मतदान की मतगणना के दौरान सभी मतगणना स्थलों पर कोविड प्रोटोकॉल का भी पाल किया गया। वहीं देर शाम तक इन ग्राम पंचायतों की मतगणना सम्पन्न हो सकी। राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से सभी संबंधित जिलों के अधिकारियों को मतगणना के दौरान सख्ती के साथ नियमों का पालन कराने के निर्देश दिए गए थे। इसके लिए सभी जिलों में रिटर्निंग ऑफिसर, असिस्टेंट रिटर्निंग ऑफिसर और अन्य काउंटिंग स्टाफ की तैनाती की गई थी। एक जिले में एक मतगणना केंद्र बनाया गया था और मतपत्रों की संख्या के आधार पर टेबल बनाकर मतगणना का काम देर शाम तक पूरा किया गया।

बता दें कि प्रदेश भर में हुए पुनर्मतदान के दौरान कुशीनगर की ग्यारह, गोरखपुर की एक, एटा की एक, ललितपुर की एक, भदोही की तीन, बाराबंकी की सात, फिरोजाबाद की दो, कौशांबी की चार, मुजफ्फरनगर की एक, वाराणसी की एक, बहराइच की सात, मिर्जापुर की चार, बांदा की चार, उन्नाव की आठ, बलिया की छह,औरैया की तीन, जौनपुर की दो, सीतापुर की एक, अमेठी की तीन, हमीरपुर की एक, संभल की दो, सिद्धार्थनगर की एक, कानपुर देहात की दो, मऊ की दो, अंबेडकर नगर की एक, कासगंज की दो, सोनभद्र की पांच, फर्रुखाबाद की दो, बस्ती की तीन, बुलंदशहर की चार, मुरादाबाद की तीन व अलीगढ़ की 2 ग्राम पंचायतों में पुनर्मतदान कराए गए।

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