आजमगढ़: इन दिनों बरेली जेल में निरुद्ध माफिया अखंड सिंह की 1 करोड़ 81 लाख 97 हजार रुपये की संपति को पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने शुक्रवार की शाम को कुर्क कर लिया। हालांकि यह आदेश कलेक्टर राजेश कुमार ने एक पखवाड़ा पहले ही जारी कर दिया था। वहीं पुलिस की कार्रवाई के बाद अपराधियों में हड़कंप मच गया। बता दें कि तरवां थाना क्षेत्र के जमुवां गांव निवासी अखंड प्रताप सिंह का नाम अजित सिंह हत्याकांड के मुख्य आरोपियों में शुमार है।
वहीं जिलाधिकारी के आदेश पर शुक्रवार की शाम को मेंहनगर तहसीलदार सर्वेश कुमार सिंह गौर व तरवां थाना के प्रभारी इंस्पेक्टर स्वतंत्र कुमार सिंह ने पुलिस फोर्स व राजस्व कर्मियों के साथ जमुआ गांव पहुंचे। जमुआ व नदवां ग्राम में अखंड सिंह व उनकी पत्नी वंदना सिंह के नाम से क्रय की गई अचल संपति (भूखंड) को कुर्क कर लिया। कुर्क की गई अचल संपति का प्रशासक तहसीलदार मेंहनगर को बनाया गया है। पुलिस व प्रशासन की यह कार्रवाई पूरे दिन क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ था।
तरवां थाना क्षेत्र के जमुआं गांव निवासी व तरवां के पूर्व ब्लाक प्रमुख अखंड प्रताप सिंह के खिलाफ तरवां थाना में वर्ष 2008 में गैंगस्टर के तीन, वर्ष 2015 में गैंगस्टर का एक मुकदमा दर्ज किया गया था। गैंगस्टर के दर्ज चारों मुकदमे में पुलिस ने चार्जशीट कोर्ट में प्रेषित कर दिया था। इन मुकदमों में अखंड काफी लंबे अर्से से गैरहाजिर चल रहा था। वाराणसी के ट्रांसपोर्टर धनराज यादव की 11 मई 2013 को हुई हत्या के बाद अखंड सिंह का नाम आरोपित के रूप में सामने आया।
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