नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की मऊ विधानसभा सीट से बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की पत्नी ने बांदा जेल में पति की जान को खतरा बताते हुए सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई थी। वहीं इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने पत्नी अफसां अंसारी की याचिका पर सुनवाई से इनकार कर दिया है। इस याचिका में उन्होंने मुख्तार की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश देने की मांग की थी। सुप्रीम कोर्ट ने इस पर सुनवाई से इनकार करते हुए मुख्तार अंसारी की पत्नी अफसां अंसारी को संबंधित हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करने को कहा है। साथ ही कोर्ट ने इस मामले में हाईकोर्ट से तेजी से सुनवाई करने को कहा है।
Supreme Court refuses to interfere and declines to pass any order on the petition filed by Afshan Ansari, the wife of gangster-turned-politician, Mukhtar Ansari, seeking safety for her husband & an MLA from Mau,UP while being taken for trial in pending cases
— ANI (@ANI) September 6, 2021
सुनवाई के दौरान मुख्तार अंसारी की पत्नी के वकील कपिल सिब्बल ने कोर्ट के सामने कई तर्क रखे। कपिल सिब्बल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मुख्तार अंसारी को पंजाब जेल से उत्तर प्रदेश की जेल ट्रांसफर किया गया था। वहां मुख्तार अंसारी की जान को खतरा है, क्योंकि यूपी में सत्तारूढ़ दल के नेता भी अपराधियों को गोली मारने की बात करते हैं।
बता दें कि मुख्तार अंसारी की पत्नी अफसां अंसारी ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल कर अपने पति की जान को खतरे की आशंका जताई थी। उन्होंने कहा था कि जेल और जेल से बाहर मुख्तार अंसारी की सुरक्षा को खतरा है। पेशी के लिए बाहर जाते वक्त भी उन पर हमला हो सकता है। याचिका में मुख्तार अंसारी की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की गई थी।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेताओं में शामिल मुख्तार अंसारी को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पंजाब से बांदा जेल में शिफ्ट किया गया था। शुरू में उन्हें बांदा जेल के बैरक नंबर 15 में रखा गया था। मुख्तार अंसारी के बांदा जेल में शिफ्टिंग की यूपी सरकार ने खासी तैयारियां की थीं। बांदा जेल को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था।
इसे भी पढ़ें– बांदा जेल में मुख्तार का हो रहा मानसिक उत्पीड़न, बाथरूम में लगाए गए कैमरे, पत्नी और बेटे ने लगाए गंभीर आरोप