चंडीगढ़: फरलो पर जेल से बाहर रह रहे गुरमीत राम रहीम को अब जेड प्लस सुरक्षा में रखा जाएगा। इस संबंध में एडीजी सीआईडी की तरफ से रोहतक रेंज कमिश्नर को पत्र लिखा गया था। ये पत्र 6 फरवरी को लिखा गया था। पत्र में बताया गया है कि उनको गृह मंत्रालय से इनपुट मिले हैं कि राम रहीम को खालिस्तानी आतंकवादियों से खतरा है। इसके अलावा सजा से पहले भी उसको धमकियां मिलती रही हैं। इसी खतरे को देखते हुए गुरमीत राम रहीम की सुरक्षा को कड़ा किया जाना जरूरी है।
बता दें कि 7 फरवरी को हरियाणा जेल प्रशासन ने राम रहीम को 3 सप्ताह की फरलो मंजूर की थी। हरियाणा सरकार के इस फैसले के खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई थी। जिसपर सुनवाई करते हुए पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट ने हरियाणा सरकार से जवाब तलब किया है। गुरमीत को फरलो दिए जाने के विरोध में हाईकोर्ट में 23 फरवरी को सुनवाई होनी है। फिलहाल वह गुरुग्राम स्थित अपने डेरे में परिवार के साथ रह रहा है।
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बता दें कि डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को 25 अगस्त 2017 को रोहतक की सुनारिया जेल में लाया गया था। पंचकूला की सीबीआई कोर्ट में पेशी के दौरान व्यापक पैमाने पर हिंसा हुई थी। इसके बाद हेलीकॉप्टर के जरिए उसे सुनारिया जेल लाया गया। 28 अगस्त को जेल परिसर में ही सीबीआई की विशेष कोर्ट लगी। सीबीआई जज जगदीप सिंह ने राम रहीम को दो साध्वियों से यौन शोषण मामले में 10-10 साल की सजा सुनाई थी। वहीं साल 2019 के जनवरी महीने में सीबीआई की विशेष अदालत ने पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड में राम रहीम को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। अक्टूबर 2021 में डेरा के पूर्व प्रबंधक रणजीत सिंह हत्याकांड में भी राम रहीम को उम्रकैद की सजा हुई थी।
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