लखनऊ : गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात पीएसी जवानों पर हमले के आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी से बुधवार को एटीएस मुख्यालय में लंबी पूछताछ की गई। इस बीच उसके संपर्कों की तलाश में लखनऊ, कानपुर, सहारनपुर और नोएडा समेत सात शहरों में छापे मारे गए। इन छापों में 13 संदिग्ध हिरासत में लिए गए। एटीएस की टीमें उनसे अज्ञात स्थानों पर पूछताछ कर रही हैं।
एटीएस के सामने चुनौती यह पता करने की है कि मुर्तजा किन-किन लोगों के संपर्क में था और वह किस योजना का हिस्सा बनने वाला था? इसके लिए मुर्तजा के संपर्क में रहे लोगों, उसकी यात्राओं के विवरण और उसके बैंक खातों से हुए लेन-देन की गहन जांच की जा रही है। संपर्कों का पता लगाने के लिए जगह-जगह टीमें भेजी जा रही हैं। कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया है, हालांकि इसकी आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं की गई है।
बता दें कि एटीएस ने मुंबई में उसके फ्लैट से जुड़ी पूरी जानकारी जुटा ली है। नवी मुंबई स्थित उसके परिवार का फ्लैट वर्ष 2013 में ही बिक गया था। मुंबई में पढ़ाई के दौरान मुर्तजा इसी फ्लैट में रहता था। इसी कारण आधार कार्ड में इसी फ्लैट का पता दर्ज है।
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एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि मुर्तजा अब्बासी इस समय एटीएस की हिरासत में है। उससे पूछताछ में मिलने वाली जानकारी के आधार पर पूरी सतर्कता के साथ कार्रवाई की जा रही है, क्योंकि वह इस तरह का व्यक्ति है कि किसी निर्दोष व्यक्ति का भी नाम ले सकता है।
हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि मुर्तजा के बारे में कुछ प्रारंभिक जानकारी एटीएस के पास घटना के पहले से थी, जिसे और पुख्ता किया जा रहा था। मुर्तजा के किसी आतंकी संगठन से जुड़े होने के सवाल पर उन्होंने कहा, इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है, लेकिन उसने एक अति संवेदनशील स्थान पर बहुत बड़ी घटना को अंजाम दिया है। जांच में सभी एजेंसियों का सहयोग लिया जा रहा है।मुर्तजा के संबंधों की तलाश मुंबई में भी हो रही है। इसके अलावा दिल्ली, कोयम्बटूर व जामनगर में भी उसके संपर्कों की तलाश हो रही है।