लखनऊ : समाजवादी पार्टी के विधायक शिवपाल यादव ने कहा कि वह पार्टी में उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। पार्टी अध्यक्ष की उपेक्षा के कारण वह जल्द ही पूरे प्रदेश में अपनी प्रगतिशील समाज पार्टी के संगठन को सक्रिय करेंगे और उत्तर प्रदेश में होने वाले महापौर एवं नगर निकायों के चुनाव में मैदान में उतारेंगे। शिवपाल यादव बुधवार को शास्त्रीनगर में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव चक्रपाणि यादव के आवास पर पत्रकारों से बात कर रहे थे। शिवपाल यादव ने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव उसे मनाने के लिए घर पर आए थे तथा साथ ही चुनाव लड़ने एवं भविष्य में सम्मान देने की बात कहकर राजी किया था।
उन्होंने कहा कि वह अखिलेश यादव की बात में आकर समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े लेकिन उन्हें अफसोस है कि अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनाव में उन्हें कोई जिम्मेदारी नहीं सौंपी। पार्टी के किसी बैठकों में नहीं बुलाया जा रहा है। शिवपाल यादव ने नवंबर में होने वाले उत्तर प्रदेश के नगर निकाय चुनाव में समाजवादी पार्टी से अलग प्रत्याशी उतारने की बात कही। उन्होंने कहा कि जल्द ही प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के संगठन को दोबारा खड़ा करेंगे और चुनाव की तैयारी में जुटेंगे।
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समाजवादी पार्टी के विधायक होने के बावजूद पार्टी से अलग जाकर एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने पर उन्होंने कहा कि विपक्ष और उनकी पार्टी ने उनसे कभी राष्ट्रपति उम्मीदवार के लिए वोट नहीं मांगा ना ही उन्हें मीटिंग में बुलाया गया। एनडीए ने उन्हें भोज पर बुलाया और वोट मांगा तो उन्होंने समर्थन देने की हामी भर दी।