गाजीपुर: मुख्तार अंसारी के दोनों सालों ने शनिवार को गाजीपुर सीजेएम कोर्ट में सरेंडर कर दिया। बताया जा रहा है गैंगस्टर समेत कई मामलों में मुख्तार के दोनों साले वांछित चल रहे थे। आरोपियों सरजील रजा और अनवर शहजाद के वकीली ने आत्मसमर्पण प्रार्थना पत्र देकर कोर्ट से अनुमति ली। नंदगंज थाने में दर्ज लोक संपत्ति निवारण अधिनियम के केस में न्यायालय में सुनवाई के दौरान अलग-अलग प्रस्तुत हुए केस में पहली बार पहुंचे अभियुक्तों ने आत्मसमर्पण किया तो जज ने दोनों को हिरासत में लेकर 14 दिन की न्यायिक रिमांड में भेज दिया। इस मामले में दो आरोपी पहले आत्मसमर्पण कर चुके हैं। वहीं आरोपी मुख्तार की पत्नी आफसा अंसारी अभी भी फरार चल रही है।

मऊ के पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी के दो सालों सरजील रजा और अनवर शहजाद ने न्यायालय में सरेंडर प्रार्थना पत्र डाला। इसके बाद अनवर शहजाद भी उसी मामले में हाजिर हुए और कोर्ट ने दोनों को गिरफ्तारी कराई। गाजीपुर सदर कोतवाली, नंदगंज समेत अन्य थानों में दर्ज गैंगस्टर समेत अन्य मुकदमे में वांछित मुख्तार के सालों को जिला कारागार भेज दिया गया। दोनों के आत्मसमर्पण की कार्रवाई इतनी गोपनीय रही कि पुलिस तक को कानोकान भनक नहीं लग सकी।

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दोनों साले पहले गेट के बाहर कार में खड़े रहे फिर वकीलों के साथ चैंबर पर पहुंचे। पुकार होते से पहले ही मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में दाखिल हुए और आत्मसमर्पण कर दिया। आपको बता दें कि आईएस 191 गैंग के लीडर व पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी और उससे जुड़े गैंग के सदस्यों पर लगातार शासन का शिकंजा कसता जा रहा है। मुख्तार के आर्थिक साम्राज्य पर तगड़ी चोट की जा रही है।

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