लखनऊ : भाजपा को चुनौती देने के लिए एकजुट हो रहे विपक्ष के बड़े नेता के रूप में उभर रहे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को यूपी से लोकसभा चुनाव लड़ने का न्योता दिया गया है। यह न्योता खुद उनकी पार्टी के प्रदेश नेतृत्व ने दिया है। पार्टी का मानना है कि केंद्र का रास्ता यूपी से होकर जाता है। ऐसे में नीतीश कुमार यहां फूलपुर, मिर्जापुर, अंबेडकरनगर या फिर फतेहपुर सीट से चुनाव लड़ें तो उनकी जीत पक्की है। ये सीटें कुर्मी बहुल हैं और जातीय समीकरण के लिहाज से भी उनका इनमें से किसी सीट से मैदान में उतरना मुफीद माना जा रहा है। नीतीश के यूपी से चुनाव मैदान में उतरने से भाजपा के खिलाफ माहौल तैयार होगा और इसका फायदा उनकी अगुवाई वाले संभावित गठबंधन को होगा।
जनता दल (यू) के प्रदेश अध्यक्ष अनूप सिंह पटेल के मुताबिक उन्होंने बीते दिनों पटना में हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में इसका प्रस्ताव रखा था। हालांकि उस प्रस्ताव पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है, पर उम्मीद बरकरार है। प्रदेश के नेताओं का मानना है कि वैसे तो नीतीश कुमार के पास बिहार व अन्य राज्यों में कई सीटों से चुनाव लड़ने का अवसर है लेकिन पार्टी की अपनी मजबूती व सामने वाले को दमखम भरी चुनौती देने के लिहाज से भी यूपी से उनका लड़ना फायदेमंद रहेगा।
कार्यकर्ता भी इसे लेकर उत्साहित हैं। वैसे अभी के परिदृश्य में देखें तो जौनपुर सीट पर धनंजय सिंह का लड़ना तय माना जा रहा है। प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि उनका वहां जनाधार है। पहले से वह वहां लड़ते रहे हैं। इसलिए वह सीट उनके लिए ही आरक्षित रहेगी। बाकी प्रभाव वाली सीटों पर भी पार्टी पूरी ताकत से चुनाव लड़ेगी। इसके लिए तैयारियां की जा रही हैं।