फतेहपुर: जिले में निलंबित हेड कांस्टेबल ने सीयूजी नंबर पर फोन कर एसपी राजेश कुमार सिंह को जान से मारने की धमकी दी है। एसपी के पीआरओ ने थाना कोतवाली में सरकारी काम में बाधा, गाली गलौज व जान से मारने की धमकी देने की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस केस दर्ज कर आरोपी हेड कांस्टेबल की तलाश में कई जगह दबिश दी, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा।
थाना कोतवाली क्षेत्र के कृष्णा नगर मोहल्ला निवासी हेड कांस्टेबल राजेंद्र सिंह चौहान कानपुर देहात पुलिस लाइन में तैनात है। मोहल्ले में ही 18 मार्च को लाइसेंसी शस्त्र से गोली चलाने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया था। हाईकोर्ट से जमानत पर जून माह में छूटा था। एसपी पीआरओ सुनील कुमार सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि शनिवार की रात 10:30 से 11 बजे के बीच सीयूजी नंबर पर फोन आया। उधर से कहा गया कि खजाना गार्ड से हेड कांस्टेबल राजेंद्र सिंह चौहान बोल रहा हूं। खजाना ड्यूटी पर फोर्स नहीं है।
पीआरओ ने आरआई, गणना कार्यालय में बात करने के लिए कहा। तभी हेड कांस्टेबल ने फोन न काटने की धमकी दी और बोला कि वह डीजीपी और एडीजी से बात करेगा। पीआरओ ने फोन काटा और आरआई को सूचित किया। जिसके बाद गणना मुंशी ने उसी नंबर पर फोन मिलाया। मुंशी से बातचीत में कानपुर देहात में तैनात होने की बात कही। हेड कांस्टेबल ने कुछ ही देर बाद दोबारा सीयूजी नंबर पर फोन किया और एसपी पर आरोप लगाया कि उन्होंने मुझे जेल भिजवाया है। उसने विवेचक को गोली मारने की धमकी दी।
अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर एसपी राजेश कुमार सिंह को संगीन मुकदमे में फंसाने और जान से मारने की धमकी दी। पीआरओ ने कई बार फोन काटा फिर भी वह बार-बार फोन मिलाता रहा। पीआरओ ने कोतवाल अमित मिश्रा को पूरे मामले की जानकारी दी। पुलिस ने हेड कांस्टेबल के घर दबिश दी तो कानपुर देहात में होने का पता लगा। पीआरओ की ओर से रात को हेड कांस्टेबल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। एसपी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी हेड कांस्टेबल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कानपुर देहात एसपी को प्रकरण की रिपोर्ट भेजी गई है।
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