नई दिल्ली : गुजरात में विधानसभा चुनाव से पहले सेवानिवृत्त नौकरशाह अरुण गोयल को चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्त किया गया है। देश के शीर्ष चुनाव निकाय में तीसरा पद करीब छह महीने से खाली है। शनिवार शाम को केंद्रीय कानून मंत्रालय की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु ने अरुण गोयल, आईएएस (सेवानिवृत्त) को चुनाव आयोग में चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्त किया है, जिस तारीख से वह पदभार ग्रहण करते हैं। 1985 बैच के पंजाब कैडर के अधिकारी अरुण गोयल मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडे के साथ चुनाव पैनल में शामिल होंगे।
सुशील चंद्रा इस साल मई महीने में मुख्य चुनाव आयुक्त के पद से सेवानिवृत्त हुए थे, जिसके बाद राजीव कुमार ने कार्यभार संभाला था। चुनाव पैनल मई महीने से दो सदस्यीय निकाय है और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अयोग्य ठहराने की मांग सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दों को संभालना था।
पंजाब के सबसे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अरुण गोयल ने सेवानिवृत्ति से 40 दिन पहले त्यागपत्र दे दिया। वह कई वर्षों से केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर थे। वह प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में अहम जिम्मेदारी निभा रहे थे। अरुण गोयल 1985 बैच के आईएएस अफसर हैं। उन्हें 31 दिसंबर, 2022 को रिटायर होना था। उनके त्यागपत्र को पंजाब और केंद्र सरकार ने एक ही दिन में स्वीकार कर लिया गया। ऐसा बहुत कम होता है कि होम कैडर से लेकर पीएमओ तक फाइल एक ही दिन में क्लियर हो जाए। इसी कारण पूरी ब्यूरोक्रेसी में उनके इस्तीफे को लेकर चर्चा रही।
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