शिमला: हिमाचल प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट के बीच भारी बारिश से तबाही का दौर जारी है। राज्य में जगह-जगह बादल फटने व भूस्खलन से 27 से अधिक लोगों की मौत हो गई है, जबकी कई लापता हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार आपदा के कारण राज्य में 751 सड़कें बंद हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार प्रदेश में सोमवार को बारिश के कहर के बीच शिमला में दो भूस्खलन और सोलन में बादल फटने से कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई।

मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि समरहिल इलाके में एक शिव मंदिर ढह गया था और नाभा इलाके में एक अन्य जगह जहां कई घर मिट्टी और कीचड़ के नीचे दब गए है। मलबे से नौ शव निकाले गए हैं। अधिकारियों के मुताबिक अभी कई और लोगों के फंसे होने की आशंका है। उपायुक्त आदित्य नेगी शिमला ने बताया कि दो जगह भूस्खलन में कई लोगों के दबे होने की आशंका है और बचाव अभियान जोरों पर चल रहा है। समरहिल में अब तक चार शव निकाले जा चुके हैं। इनमें तीन बच्चे व एक महिला का शव शामिल है।

सरकार के आदेशानुसार इस वर्ष 15 अगस्त के उपलक्ष्य पर होने वाले सभी कार्यक्रम स्थगित किए जाएंगे। यह निर्णय मौसम को देखते हुए लिया गया है। पंचायत में केवल झंडा फहराया जाएगा। यह सूचना पंचायत प्रतिनिधियों से मिली है। संजौली लक्कड़ बाजार सड़क मार्ग पर भी भूस्खलन हुआ है। चंडीगढ़-मनाली पुराना एनएच बिनौला के पास बंद हो गया है। एनएच-305 पर कई जगहों पर भूस्खलन और पेड़ गिरे हैं।

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