लखनऊ: सीएम योगी के खिलाफ चुनाव लड़ने की घोषणा करने वाले पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि अमिताभ ठाकुर को किस बात के लिए गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि अमिताभ ठाकुर गोरखपुर जा रहे थे, जिससे पहले उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस का कहना है कि उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है, बल्कि केवल उन्हें गोरखपुर जाने से रोका गया है। उनके वहां जाने से कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है।

वहीं अमिताभ ठाकुर ने ट्विट करके बताया है कि पुलिस ने उन्हें गोरखपुर जाने से रोक दिया। अभी उनकी बातचीत चल रही है। बता दें कि रिटायर आईपीएस अमिताभ ठाकुर पर रेप पीड़िता ने रेप के आरोपी BSP सांसद अतुल राय का साथ देने का आरोप लगाया है। पीड़िता ने मऊ के घोसी सीट से BSP सांसद अतुल राय पर रेप का आरोप लगाया था। पीड़िता ने दो दिन पहले एक वीडियो जारी कर पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर पर आरोप लगाया है।

पीड़िता का आरोप है कि जब मामला कोर्ट में विचाराधीन था, तब अमिताभ ठाकुर ने इस मामले में हस्तक्षेप किया और अतुल राय का समर्थन किया। अमिताभ ने साल 2020 में अतुल पर लगे रेप के आरोप को गलत करार दिया था। 10 मिनट का वीडियो रिकॉर्ड करने के दौरान ही पीड़िता और उसके दोस्त ने सुप्रीम कोर्ट के बाहर खुद को आग लगाकर सुसाइड करने की कोशिश भी की।

वहीं पूरे मामले को लेकर गोमतीनगर पुलिस का कहना है कि पूर्व IPS पर लगे आरोपों की जांच चल रही है। कमेटी ने गंभीर आरोप की जांच के लिए इन्हें तलब किया है। कमेटी के सामने इन्हें पेश होना है। इससे पहले इन्हें लखनऊ से बाहर जाने से रोका गया था। खासकर उस रीजन में जो आरोपी, पीड़िता या घटनास्थल से जुड़ा हुआ हो। बावजूद इसके इन्होंने प्रतिबंध का उलंघन किया।

वहीं अमिताभ ठाकुर ने सोशल मीडिया के जरिए बताया कि वह सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनावी जनसंपर्क के लिए गोरखपुर जा रहे थे। इस बीच उन्हें ADCP गोमतीनगर ने आकर रोक लिया। अमिताभ ठाकुर सुबह करीब 7 बजे निकले थे। वह गोमतीनगर के रेल विहार कॉलोनी निवासी अपने एक दोस्त के घर पहुंचे ही थे कि पुलिस ने उन्हें वही पर पकड़ लिया।

वहीं ADCP श्वेता श्रीवास्तव का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के बाहर आत्मदाह का प्रयास करने वाली रेप पीड़िता ने अमिताभ ठाकुर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मामले की जांच कर रही कमेटी ने अमिताभ ठाकुर को तलब किया है। आरोपी सांसद अतुल राय और पीड़िता गोरखपुर रीजन से ही जुड़े हैं। ऐसे में अमिताभ ठाकुर के वहां जाने से लॉ एंड ऑर्डर बिगड़ सकता है। उन्हें अरेस्ट नही किया गया बल्कि जाने से रोका गया है।

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