वाराणसी: ज्ञानवापी विवाद को लेकर इस वक्त बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल, सर्वे को लेकर कमीशन कार्यवाही की रिपोर्ट आज सिविल कोर्ट में पेश नहीं होगी। मामल की जानकारी सहायक कोर्ट कमिश्नर अजय प्रताप सिंह ने दी है। अजय प्रताप सिंह ने बताया कि सैकड़ों फोटोग्राफ और कई घंटे का वीडियो है। इसके चलते अभी तक रिपोर्ट तैयार नहीं हो पाई है। आगे उन्होंने कहा कि न्यायालय में दूसरे दिन की तारीख के लिए एप्लिकेशन दी जाएगी और जो भी तारीख मिलेगी, उस दिन रिपोर्ट पेश की जाएगी।
बता दें कि ज्ञानवापी विवाद के चलते कोर्ट ने सर्वे करने का आदेश दिया था। ऐसे में 4 दिनों तक चली वीडियोग्राफी में कुल 17 घंटे की वीडियो रिकॉर्डिंग है। वहीं 1500 से ज्यादा तस्वीरों को 16 मेमोरी कार्ड में कैद किया गया है। यह सारे मेमोरी कार्ड 32GB के हैं। इन सभी पर कम से कम 2-2 पन्नों की यानी करीब 32 पन्नों की रिपोर्ट तैयार करनी पड़ सकती है, जिसमें समय लगेगा।
मामला कोर्ट में जाने के बाद कोर्ट के आदेश पर ज्ञानवापी परिसर के अंदर वीडियोग्राफी कराई गई। सर्वे के दौरान हिंदू पक्ष ने मस्जिद परिसर के वजूखाने में शिवलिंग मिलने का दावा भी किया है। वहीं अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमेटी के अधिवक्ता और संयुक्त सचिव एसएस यासीन ने इसे फव्वारे का एक हिस्सा बता कर मामले की वैज्ञानिक जांच की बात कही है।
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हिंदू पक्ष का दावा है कि मस्जिद के 2 तहखानों में मौजूद खंभों में कमल पुष्प से लेकर घंटियां और हिंदू मंदिर होने के साक्ष्य हैं। इसके अलावा तहखाने में एक ईंट की दीवार भी मिली है, जिसके पीछे कुछ गहरे राज छुपे होने का अंदाजा है। इसके अतिरिक्त अंदर काफी मलवा भी इकट्ठा है जिसकी ऊंचाई 15 फीट से ज्यादा बताई जा रही है।
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