वाराणसी: ज्ञानवापी परिसर के एएसआई सर्वे के दूसरे दिन आज जांच टीम तहखाने के अंदर गई, जहां से कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। तहखाने के अंदर से ऐसे सबूत मिले हैं, जिसके बाद पूरे मामले का रुख बदल सकता है। ज्ञानवापी मामले में याचिका दाखिल करने वाले हिन्दू पक्ष की वादिनी सीता साहू ने बताया कि तहखाने के अंदर से उम्मीद से ज्यादा हिन्दू चिन्ह मिले हैं।
ज्ञानवापी के तहखाने से क्या-क्या चीज़े मिली है इसे लेकर हिन्दू वादनी सीता साहू ने बताया कि तहख़ाने में से उम्मीद से ज़्यादा हिंदू चिन्ह मिल रहे हैं। तहख़ाने की पश्चिमी दीवार चीख चीख कर कह रही है कि ये हिन्दू धर्म स्थल था। जांच के दौरान टीम को यहां से कलश मिले है, स्वस्तिक चिन्ह मिले हैं। आला मिला हैं, कमल मिले हैं, त्रिशूल और मूर्तियां भी मिली हैं। उन्होंने बताया कि हिन्दू प्रतीक चिन्हों को छुपाने की कोशिश की गई थी। दीवारों को चूने से पोतकर इन चिन्हों को मिटाने का प्रयास किया गया था।
दरअसल आज एएसआई की टीम शुरू से ही ये मानकर चल रही थी तहखाने के अंदर से कई अहम सबूत मिल सकते हैं। ऐसे में जांच टीम ने अंजुमन इंतजामिया कमेटी से तहखाने की चाभी मांगी। जिसके बाद मस्जिद के केयरटेकर एजाज अहमद ने आज तहखाना खोला, जिसके बाद सर्वे टीम ने तहखाने में प्रवेश किया। टीम का मानना है कि यहां कई और महत्वपूर्ण तथ्य छुपे हो सकते हैं।
हिन्दू पक्ष की वादिनी सीता साहू के मुताबिक तहख़ाने में एक चार फ़ीट की मूर्ति मिली है, जिस पर कुछ कला कृतियाँ हैं। ASI अपने हाईटेक इंस्ट्रूमेंट के ज़रिये मूर्ति के काल खण्ड का पता लगा रहा है। सूत्रों की मानें तो मूर्ति के अलावा एक दो फीट का त्रिशूल भी मिला है, साथ ही पांच कलश और कमल निशान आकृतियाँ दीवार पर मिली हैं। ज्ञानवापी में वजूखाने को छोड़कर सर्वे की कार्रवाई की जा रही है। कल से अभी तक मस्जिद का रकबा नंबर 9130 के बैरिकेटेड एरिया में सर्वे की कार्रवाई हो रही थी। अब एएसआई की टीम तहख़ाने में भी पहुंच गई है।
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