मऊ: यूपी में हुए विधानसभा उपचुनाव में हार के बाद अब बसपा में उथल-पुथल का दौर जारी है. बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर भीम राजभर को जिम्मेदारी सौंपी है. भीम राजभर मूल रूप से मऊ जनपद के रहने वाले हैं. भीम राजभर बसपा के बहुत ही पुराने सदस्यों में शामिल हैं.
भीम राजभर की अगर बात की जाए तो इनकी शिक्षा नागपुर से पूरी हुई. इसके बाद इन्होंने 1987 में पोस्ट ग्रेजुएट किया और फिर इन्होंने एलएलबी की पढ़ाई की. अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद भीम राजभर ने 1985 से अपना राजनीतिक सफर शुरू किया. इन्हें बसपा से मऊ का जिलाध्यक्ष बनाया गया. साल 2012 के विधानसभा चुनाव में इन्होंने बसपा के टिकट के साथ मऊ सदर सीट से चुनाव भी लड़ा, लेकिन इस चुनाव में उन्हें मुख्तार अंसारी से हार मिली.
इसके बाद भी इन्होंने बसपा का साथ नहीं छोड़ा और पार्टी ने भी इन पर भरोसा जताते हुए इन्हें आजमगढ़ मण्डल का जोनल कोऑर्डिनेटर बना दिया. तभी से भीम राजभर इस पद पर थे. वहीं रविवार को मायावती ने ट्वीट करते हुए भीम राजभर को उत्तर प्रदेश का प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के बारे में जानकारी दी. अब भीम राजभर से सामने एक बार फिर नई चुनौती खड़ी है. चुनौती है भीम राजभर के नेतृत्व में बहुजन समाज पार्टी 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में कहां तक अपना सफर तय कर पाती है और कितना कमाल दिखा पाती है.