लखनऊ: कोरोना की दूसरी लहर के चलते देश के कई हिस्सों में एक बार फिर से लॉकडाउन लगा दिया गया है। वहीं उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भी कोरोना की रोकथाम को लेकर काफी सक्रिय हो गई है। शनिवार को सीएम योगी ने कोरोना नियंत्रण, कोविड टीकाकरण और इंसेफेलाइटिस उन्मूलन को लेकर बीआरडी मेडिकल कॉलेज में मंडलीय समीक्षा बैठक की। बैठक में सीएम योगी ने कहा कि जिलाधिकारी अपने-अपने संबंधित जिलों में कोविड केस की संख्या का आंकलन कर नाइट कर्फ्यू का निर्णय ले सकते हैं।
वहीं सीएम योगी ने निर्देश देते हुए कहा कि जिला प्रशासन ऐसी व्यवस्था बनाए, जिससे कोई भी सार्वजनिक आयोजन, विवाह समारोह या अन्य कार्यक्रम रात 10 बजे तक संपन्न हो जाएं। इसके लिए लोगों को जागरूक करना होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर चुनौतीपूर्ण है, लेकिन सामूहिक प्रयास से इस पर भी काबू पाने के लिए सरकार पूरी तरह से तैयार है। सीएम योगी ने कहा कि कोविड जांच में तेजी लाई जाए। आरटीपीसीआर जांच की संख्या बढ़ाई जाए। साथ ही किसी व्यक्ति के संक्रमित मिलने पर कांटैक्ट ट्रेसिंग के आधार पर कम से कम 25 लोगों की जांच कराई जाए।
कोरोना से संबंधित मरीजों के इलाज को लेकर उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना जांच और टीकाकरण के लिए सरकार के पास पर्याप्त संसाधन मौजूद हैं। उन्होंने निर्देश दिया कि कोविड अस्पतालों में बेड की संख्या में कोई कमी नहीं आनी चाहिए। भर्ती मरीजों को सभी सुविधाएं मिलनी चाहिए, जिससे कोविड मरीजों का इलाज हो सके। सीएम ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में एंटीजन एवं आरटीपीसीआर की जांच निशुल्क होती है। इसमें अगर कही भी कोई शिकायत मिलती है तो संबंधित के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि जांच व इलाज में प्राइवेट अस्पताल निर्धारित रेट से अधिक धनराशि लें तो उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाए।