मऊ: कृषि उत्पादन आयुक्त उत्तर प्रदेश की अध्यक्षता में आज उत्तर प्रदेश के 6 मंडलों की खरीफ उत्पादकता गोष्ठी का आयोजन वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया। इसमें वाराणसी, अयोध्या, आजमगढ़, बस्ती, देवीपाटन और गोरखपुर मंडल के मंडलायुक्तों के साथ संबंधित जनपदों के जिलाधिकारी, कृषि एवं अन्य विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया। इसमें प्रमुख रूप से सभी जनपदों द्वारा खरीफ मौसम में खरीफ की कार्य योजना का विस्तृत रूप से प्रस्तुत किया गया।
जनपद मऊ के जिलाधिकारी अमित सिंह बंसल ने जनपद की खरीफ कार्य योजना को विस्तृत रूप में कृषि उत्पादन आयुक्त महोदय के समक्ष प्रस्तुत किया। जिनमें प्रमुख रूप से जनपद में खरीफ कृषि निवेशों की व्यवस्था तथा उसके उपलब्धता के बारे में विस्तृत रूप से अवगत कराया गया। जिलाधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद में कृषि निवेशों की कोई कमी नहीं है। सिंचाई हेतु जो समस्याएं हैं, उनके समाधान के लिए कृषि उत्पादन आयुक्त के सम्मुख उठाया विशेष रुप से सिंचाई हेतु दोहरीघाट कैनाल समस्या इंदारा रजवाहा मे पानी की समस्या को उठाया गया ।
सभी सहकारी समितियों पर सभी उर्वरकों के साथ पोटैशिक उर्वरकों की समय से व्यवस्था सूक्ष्म पोषक तत्वों की व्यवस्था तथा कृषि विभाग में उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी तथा जिला कृषि रक्षा अधिकारी के रिक्त पदों के बारे में विस्तृत रूप से अवगत कराया गया। इस वीडियो कांफ्रेंसिंग में मुख्य विकास अधिकारी राम सिंह वर्मा, उप कृषि निदेशक एस पी श्रीवास्तव, जिला कृषि अधिकारी उमेश कुमार, भूमि संरक्षण अधिकारी राम किशोर, प्रगतिशील कृषक प्रमोद सिंह, धीरेंद्र राय प्राविधिक सहायक आदि लोग उपस्थित थे।
वहीं प्रगतिशील कृषक प्रमोद सिंह द्वारा इस खरीफ उत्पादकता गोष्ठी में अपने फार्म पर किए जा रहे पशुपालन विशेष रुप से गाय के दूध उत्पादन एवं उसमें आ रही समस्याओं के बारे अवगत कराया गया। साथ ही जनपदों के एनआईसी केंद्रों पर कृषकों द्वारा विभिन्न समस्याओं को उठाया गया, जिसका केवीके तथा कृषि विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या के कृषि वैज्ञानिकों तथा अन्य विशेषज्ञों द्वारा उसका समुचित निदान किया गया।
इसे भी पढ़ें– जिस जेल में बंद है मुख्तार, वहीं से आरोपी हुआ फरार, सुरक्षा पर उठ रहे सवाल