अलीगढ़: सिलेंडर चोरी के आरोप में जेल में बंद एक बंदी ने सोमवार सुबह फांसी लगा कर खुदकुशी कर ली। बंदी की खुदकुशी की सूचना मिलते ही अधिकारी मौके पर पहुंचे। घटना की जानकारी मिलने पर फारेंसिक टीम भी मौके पर पहुंच गई और साक्ष्य जुटाने शुरू कर दिए हैं। जेल अधिकारियों ने इसकी जानकारी तत्काल उच्च अधिकारियों को दी। इसके बाद शव का पंचनामा कर उसे पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया।
दरअसल, अलीगढ़ के खैर निवासी 56 वर्षीय ओमवीर सितंबर माह में सिलेंडर चोरी के आरोप में जेल भेज दिया गया था। इसके बाद से ही उसकी जमानत नहीं हो सकी थी और वो जेल में बंद था। सोमवार को उसने अलीगढ़ जेल के भीतर बुजुर्ग बैरक के पास पेड़ से लटक कर फांसी लगा ली। बुजुर्ग के पास गमछा था, जिसको उसने खुदकुशी करने के लिए इस्तेमाल किया।
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सुबह जब जेल के अन्य कैदियों ने कैदी को पेड़ से लटकते देखा तो इसकी सूचना बंदी रक्षकों को दी। बंदी के खुदकुशी करने से जेल प्रशासन में खलबली मच गई है। अधिकारियों ने तत्काल मौके पर पहुंचकर मौका मुआयना किया। सूचना मिलने के बाद कैदी के परिजन भी जेल पहुंच गए और उन्होंने खुदकुशी को संदिग्ध मानते हुए हत्या का अरोप लगाया है।
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परिजनों उनका कहना था कि ओमवीर किसी भी स्थिति में फांसी नहीं लगा सकता था, इसलिए मामले की जांच की जानी चाहिए जिससे मृतक की मौत का सही कारण और वजह स्पष्ट हो सके। हालांकि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, ताकि मौत का सही कारण स्पष्ट हो सके। जेल अधीक्षक विपिन मिश्रा ने बताया कि बंदी के आत्महत्या करने की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। मानसिक तनाव में आने के कारण कैदी इस तरह के कदम उठा लेते हैं। उन्होंने बताया कि मृतक के साथ बैरक में बंद अन्य कैदियों से भी पूछताछ की जा रही है, लेकिन अभी तक वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है।
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