लखनऊ: यूपी में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव से पहले ही नेताओं के दल बदलने का दौर शुरू हो गया है। इस बीच योगी सरकार के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीजेपी छोड़ सपा का दामन थाम लिया। वहीं स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद भी कई विधायकों ने इस्तीफा दिया है। हालांकि कई विधायकों ने इन अफवाहों का खंडन भी किया है।
बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद विधायक रोशन लाल वर्मा, ब्रजेश प्रजापति और कानपुर से विधायक भगवती सागर ने भी भाजपा से इस्तीफा देे दिया है। वहीं औरया जिले के बिधूना विधानसभा सीट से विधायक विनय शाक्य के इस्तीफे की भी चर्चा जोरों पर थी, लेकिन उन्होंने इस बात का खंडन कर दिया है। उन्होंने कहा है कि वह बुधवार को प्रेस वार्ता करेंगे और इस अपनी बात रखेंगे।
वहीं शेखूपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक धर्मेंद्र शाक्य उर्फ पप्पू भईया ने भी बीजेपी से इस्तीफा देने की बात का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि मैं पार्टी का अनुशासित सिपाही हूं और बीजेपी में ही रहूंगा। इसके अलावा कासगंज से भाजपा विधायक ममतेश शाक्य का बयान भी सामने आ गया है। उन्होंने सपा में जाने की सभी अटकलों को खारिज कर दिया।
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वहीं नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने बीजेपी छोड़ने की चर्चाओं पर खुद ही विराम लगा दिया। नंदी ने ट्वीट कर इस पर सफाई दी है। उन्होंने कहा, ‘स्वामी प्रसाद मौर्य का सपा ज्वाइन करना विनाश काले विपरीत बुद्धि जैसा। अखिलेश यादव की डूबती नाव की सवारी स्वामी प्रसाद के लिए राजनीतिक आत्महत्या जैसा आत्मघाती निर्णय साबित होगा। भाजपा राष्ट्र को सर्वोपरि मानने वाली विचारधारा का नाम है।’