नई दिल्ली : राष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवार पर चर्चा के लिए मंगलवार को दिल्ली में शरद पवार की अध्यक्षता में विपक्ष के 17 दलों की अहम बैठक हुई। संयुक्त बयान में कहा गया कि यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति चुनाव के लिए सर्वसम्मति से विपक्षी दलों का उम्मीदवार चुना गया। विपक्ष के बयान में कहा गया है कि हम भाजपा और उसके सहयोगियों से राष्ट्रपति के रूप में यशवंत सिन्हा का समर्थन करने की अपील करते हैं ताकि हम एक योग्य ‘राष्ट्रपति’ को निर्विरोध निर्वाचित कर सकें।
बैठक के बाद कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि यशवंत सिन्हा राष्ट्रपति पद के लिए संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार चुने गए, वह भारत के धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक ताने-बाने को बनाए रखने के लिए विशिष्ट रूप से योग्य हैं। रमेश ने संयुक्त विपक्ष का बयान पढ़ते हुए कहा कि हमें खेद है कि मोदी सरकार ने राष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर आम सहमति बनाने के लिए कोई गंभीर प्रयास नहीं किया।
इस बैठक में शरद पवार ने AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी को भी न्योता दिया था। राष्ट्रपति चुनाव की रणनीति को लेकर आज एनसीपी नेता शरद पवार के आवास पर 17 दलों के विपक्षी नेताओं की बैठक के लिए भाकपा नेता डी राजा पवार के दिल्ली आवास पर पहुंचे। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के नेता सीताराम येचुरी राष्ट्रपति भी इस बैठक में शामिल हुए। वहीं, इस बीच टीएमसी के सूत्रों ने दावा किया है कि यशवंत सिन्हा राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार होंगे।
इसे भी पढ़ें– महाराष्ट्र में एक ही परिवार के 9 लोगों ने की आत्महत्या, जांच जारी
पूर्व भाजपा नेता और पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा ने ट्वीट किया कि टीएमसी में मुझे जो सम्मान और प्रतिष्ठा दी, उसके लिए मैं ममता जी का आभारी हूं। अब एक समय आ गया है जब एक बड़े राष्ट्रीय उद्देश्य के लिए मुझे पार्टी से हटकर अधिक विपक्षी एकता के लिए काम करना चाहिए। मुझे यकीन है कि वह इस कदम को स्वीकार करती है। इस ट्वीट के बाद माना जा रहा है कि यशवंत सिन्हा राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के उम्मीदवार घोषित हो सकते हैं।