गोरखपुुुर: यूपी में पंचायत चुनाव के दौरान दो पक्षों में संघर्ष आम बात मानी जाती है। पंचायत चुनाव को लेकर प्रशासन की ओर से सुरक्षा के लाख दावों के बावजूद हिंसक घटनाएं जरूर सामने आती हैं। इसी दौरान गोरखपुर जिले के खजनी थाना क्षेत्र के मिश्रौलिया गांव में पंचायत चुनाव के दौरान गोली मार देने का मामला सामने आया है।
दरअसल, बुधवार की देर रात करीब 11 बजे चुनावी रंजिश में प्रचार पर निकले पूर्व प्रधान और प्रधान प्रत्याशी राघवेन्द्र दुबे उर्फ गिलगिल को बदमाशों ने गोली मार दी। गोली उनके पेट में लगी है। गोली लगने के बाद उनके परिजनों ने उन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया। वहां पर उनकी हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।
मामले की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने एक खोखा बरामद किया है। वहीं गांव के लोगों का कहना है कि सुबह भी विपक्षी प्रत्याशी से उनका विवाद हुआ था। विवाद की सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची थी, लेकिन माहौल को पुलिस ठीक से भाप नहीं पाई और बदमाशों ने रात में वारदात को अंजाम दे दिया।
क्या रही विवाद की जड़?
बता दें कि मिश्रौलिया गांव के रहने वाले राघवेंद्र (50) पूर्व प्रधान रहने के साथ ही वर्तमान में सामान्य सीट होने पर चुनाव मैदान में भी बतौर प्रत्याशी थे। विपक्ष की ओर से प्रचार के दौरान कई बार उनकी नोकझोंक भी हुई थी, लेकिन उन्होंने इसे गंभीरता से नहीं लिया था। बुधवार की रात वह प्रचार के बाद अपने घर जा रहे थे, तभी कुछ बदमाशों ने उन्हें घेर कर उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। गोली लगते ही राघवेंद्र जमीन पर गिर गए। वहीं गोली की आवाज सुनकर आसपास के लोग भी मौके पर पहुंचे।
राघेंद्र के एक समर्थक ने दूसरे प्रत्याशी पर घटना को अंजाम देने का आरोप लगाया। उसने आरोप लगाया कि हल्का दरोगा मौके पर पहुंचे और आरोपी को पकड़ भी लिए थे, मगर फिर उसे छोड़ दिए। पीड़ित के भाई ने घटना की जानकारी जब थानेदार और अन्य अफसरों को दी तो मौके पर पहुंच कर आनन-फानन में घायल राघवेंद्र को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। गोली लगने से गंभीर राघवेंद्र का प्राथमिक उपचार कर डॉक्टरों ने मेडिकल कालेज रेफर कर दिया है। पुलिस संदेह के आधार पर प्रधान पद के दूसरे प्रत्याशी शंभू यादव को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। ग्रामीणों ने तीन राउंड गोली चलने की बात कही है।