लखनऊ: आजमगढ़ जिले के तरवां थाना क्षेत्र में दर्ज एक मुकदमें के संबंध में मुख्तार अंसारी से पूछताछ करने के लिए आजमगढ़ पुलिस बांदा के लिए रवाना हुई है। बता दें कि 22 अप्रैल को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्तार की पेशी हुई थी। इसके बाद न्यायालय ने मुख्तार से पूछताछ के लिए अनुमति दी थी। वहीं अब आजमगढ़ जिला पुलिस की टीम बांदा जेल गई है।
बता दें कि साल 2014 में तरवां थाना क्षेत्र में एक सड़क निर्माण के ठेके को लेकर मुख्तार के समर्थकों ने ठेकेदार पर हमला कर दिया था। हालांकि इस हमले में ठेकेदार बच गया था, लेकिन दो मजदूर घायल हो गए थे, जिसमें से एक मजदूर की इलाज के दौरान मौत भी हो गई थी। इसी मामले में मुख्तार के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत था। मुकदमे में मुख्तार अंसारी को भी आरोपी बनाया गया था।
आजमगढ़ पुलिस ने पूरे मामले में मुख्तार समेत 9 लोगों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया। इस मामले में पूछताछ के लिए आजमगढ़ पुलिस लगातार मुख्तार की रिमांड लेने की कोशिश कर रही है। 22 अप्रैल को हुई वर्चुअल पेशी में मुख्तार ने बताया था कि मजदूर की हत्या में उसे फर्जी आरोपों के तहत फंसाया गया है। मुख्तार का कहना है कि जिस समय मजदूर की हत्या हुई, उस समय वह आगरा जेल में बंद था।
मुख्तार ने पेशी के दौरान बताया था कि चुनाव के हार के बाद सत्ताधारी दल के हारे प्रत्याशी द्वारा शासन के इशारे पर उसे मजदूर की हत्या मामले में आरोपी बनाया गया है। पेशी के दौरान ही न्यायालय ने आईओ को मुख्तार से पूछताछ की अनुमति प्रदान की थी और 24 मई को सुनवाई की अगली तारीख नियत की थी। हालांकि मुख्तार के कोरोना संक्रमित होने की वजह से उस समय पूछताछ नहीं हो सकी थी। अब शुक्रवार को आईओ प्रशांत श्रीवास्तव अपनी टीम के साथ बांदा पहुंचे हैं, जहां जहां में ही वह मुख्तार से पूछताछ करेंगे।
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