बांदा: कहते हैं बगल में छोरा शहर में ढिंढोरा… ऐसा ही कुछ वाकया बांदा की जेल में देखने को मिला। यहां हाई सिक्योरिटी जेल से सुरक्षा कर्मियों को चकमा देकर रविवार की शाम एक बंदी फरार हो गया। करीब बीस घंटे बाद वो जेल परिसर में ही लगी घास के बीच बैठा मिला। इस दौरान पूरे जिले में विभिन्न जगहों पर उसकी तलाश चलती रही। हालांकि फरार बंदी के मिल जाने के बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
आपको बता दें कि बांदा जेल मेंं ही इन दिनों मुख्तार अंसारी को भी रखा गया है। ऐसे में इस तरह से किसी बंदी के फरार होने से जिला जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान उठने शुरू हो गए थे। दरअसल, बंदी विजय को नौ बंदियों के साथ परिसर में स्थित कृषि फार्म का काम कराने ले जाया गया था। जब शाम को गिनती हुई तो उसके फरार होने की जानकारी हुई, जिसके बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया। जेल कर्मी गुपचुप तरीके से बंदी को ढूंढते रहे, लेकिन बंदी की जानकारी न मिलने पर रविवार की रात अफसरों को जानकारी दी।
मामले की जानकारी होने के बाद बंदी विजय की तलाश के लिए पुलिस की छह टीमें लगा दी गईं। आखिर में 20 घंटे के बाद सोमवार को फरार बंदी की तलाश की गई। वह जेल परिसर में ही घास में छिपा हुआ मिला। हालांकि इस दौरान सारी रात पुलिस टीमों ने बंदी के घर और रिश्तेदारों सहित रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और सार्वजनिक स्थानों में तलाश की। सोमवार को डीएम आनंद कुमार सिंह, डीआईजी (जेल) संजीव त्रिपाठी, एसपी डॉ. एसएस मीणा, एएसपी महेंद्र प्रताप चौहान, नगर मजिस्ट्रेट केशव कुमार, सीओ सिटी राकेश कुमार और इंस्पेक्टर भास्कर मिश्र ने जेल का निरीक्षण किया।
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