लखनऊ: प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पकड़े गए अलकायदा समर्थित अंसार गजवातुल हिंद के दो आतंकियों मिनहाज अहमद और मशीरुद्दीन से एटीएस द्वारा पूछताछ की जा रही है। वहीं पूछताछ के बाद आतंकियों के साथियों पर भी शिकंजा कसा जा रहा है। इसी दौरान बुधवार को यूपी एटीएस ने आतंकियों के एक और साथी को चौक इलाके से उठाया है। एटीएस का कहना है कि चौक इलाके के बुद्धा पार्क के पास से पकड़े गए शकील नामक युवक की इन दोनों आतंकियों को असलहा उपलब्ध कराने में अहम भूमिका रही है।
वहीं शकील पर आरोप है कि उसी ने इन दोनों आतंकियों को असलहा के साथ-साथ तीन चाकू भी दिलाये थे। इसके लिए आतंकियों द्वारा शकील को रुपया भी दिया गया था। शकील नामक युवक वजीरगंज इलाके में ई-रिक्शा चलाता है, जिसके कारण इस युवक पर कोई शक भी नहीं करता था। एटीएस की टीम ने दोनों आतंकियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ के बाद यह खुलासा किया है।
मिली जानकारी के मुताबिक, मड़ियांव इलाके से पकड़े गए आतंकी मशीरुद्दीन के पास से एटीएस टीम को एक असलहा बरामद हुआ था। मशीरुद्दीन को यह असलहा मुहैया कराने में चौक इलाके में रहने वाले शकील ने कराई थी। बताया गया है कि मशीरुद्दीन ने असलहा और चाकू को चमनगंज से खरीदा था और इस काम में शकील नामक युवक ने अहम भूमिका निभाई थी। शकील ने इस काम के लिए मशीरुद्दीन से मोटी रकम भी वसूली थी।
एटीएस सूत्रों की मानें तो मशीरुद्दीन की मुलाकात शकील से ई-रिक्शा चलाने के दौरान ही हुई थी, जब मशीरुद्दीन ने ई-रिक्शा बेच दिया था तो उसके बाद से काफी समय तक दोनों की मुलाकात नहीं हुई। फिर काफी समय बाद एकाएक मशीरुद्दीन ने शकील से मिलकर असलहों की मांग की थी। जिसके बाद ही शकील ने मशीरुद्दीन की मुलाकात चमनगंज निवासी अपने परिचित से कराई थी। शकील का परिचित हिस्ट्रीशीटर बताया गया है जो असलहा बेचने का काम करता है। मशीरुद्दीन ने असलहा और चाकू को इसी हिस्ट्रीशीटर से खरीदा था। अब एटीएस की टीम शकील को हिरासत में लेकर पूछताछ करने के साथ ही उसकी निशानदेही पर अवैध असलहे और विस्फोटक पदार्थो की बरामदगी करने का प्रयास करने में जुटी है।
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