लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। बता देें कि लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा के बाद अखिलेश यादव समेत कई नेता पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए जाने वाले थे। इनमें से कई नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है तो वहीं कई नेताओं के जाने पर रोक लगा दी गई है।
इसी क्रम में अखिलेश यादव के लखनऊ स्थित आवास पर सुबह से ही भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी। वहीं सुबह अखिलेश यादव जब लखीमपुर खीरी के लिए निकले तो पुलिस ने उन्हें उनके आवास पर ही रोक दिया। इससे नाराज होकर अखिलेश यादव अपने आवास पर ही धरने पर बैठ गए। इस दौरान अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इतना जुल्म अंग्रेजों ने भी नहीं किया, जितना BJP की सरकार किसानों पर कर रही है। अखिलेश यादव ने कहा कि जिन्होंने गाड़ी चढ़ाई है उन्हें धारा 302 में तत्काल जेल भेजना चाहिए। सरकार हिटलरशाही का समय याद दिला रही है कि अगर आप उनसे सहमत नहीं हो तो गाड़ी चढ़ा दी जाएगी या पुलिस से गोली मरवा दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि गृह राज्य मंत्री को इस्तीफ़ा देना चाहिए और उपमुख्यमंत्री जिनका कार्यक्रम था उन्हें भी इस्तीफ़ा देना चाहिए। जिन किसानों की जान गई है उन्हें 2 करोड़ रुपये की मदद हो, परिवार की सरकारी नौकरी हो। वहीं इसके कुछ ही देर बात लखनऊ में अपने घर के बाहर धरने पर बैठे समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को पुलिस ने हिरासत में लिया। वहीं लखनऊ के गौतमपल्ली में अराजकतत्वों ने पुलिस की गाड़ी को आग के हवाले कर दिया। आनन-फानन आग पर काबू पाने की कोशिश की गई।
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