कोहिमा: नागालैंड के मोन जिले में सुरक्षाबलों की कथित गोलीबारी में कम से कम 13 आम लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि वह इस घटना की जांच कर रही है, ताकि यह पता चल सके कि क्या यह गलत पहचान का मामला है। सेना ने बताया कि इस दौरान एक सैन्यकर्मी की मौत हो गई और कई अन्य सैनिक घायल हो गए। यह घटना और उसके बाद जो हुआ, वह ‘अत्यंत खेदजनक’ है तथा लोगों की मौत होने की इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की उच्चतम स्तर पर जांच की जा रही है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मृतकों की सटीक संख्या का अभी पता नहीं चल पाया है, क्योंकि 11 लोगों की घटनास्थल पर मौत हो गई तथा गंभीर रूप से घायल हुए कई लोगों ने पड़ोसी राज्य असम के अस्पतालों में दम तोड़ दिया। मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच कराए जाने का वादा किया और समाज के सभी वर्गों से शांति बनाए रखने की अपील की।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह घटना ओटिंग और तिरु गांवों के बीच उस समय हुई, जब कुछ दिहाड़ी मजदूर शनिवार शाम एक पिकअप वैन के जरिए एक कोयला खदान से घर लौट रहे थे। उन्होंने बताया कि प्रतिबंधित संगठन नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड-के (एनएससीएन-के) के युंग ओंग धड़े के उग्रवादियों की गतिविधि की सूचना मिलने के बाद इलाके में अभियान चला रहे सैन्यकर्मियों ने वाहन पर कथित रूप से गोलीबारी की।
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अधिकारी ने कहा कि यह पता लगाने के लिए जांच की जा रही है कि यह गलत पहचान किए जाने का मामला था या नहीं। मोन म्यांमार की सीमा के पास स्थित है। म्यांमार से एनएससीएन का युंग ओंग धड़ा अपनी उग्रवादी गतिविधियां चलाता है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि हालात काबू में हैं और पुलिस मामले की जांच कर रही है।