लखनऊ: कोविड-19 संक्रमण को घटते देखते हुए मामलों को देखते हुए चुनाव आयोग ने रैलियों को और अधिक क्षमता के साथ कराने पर अनुमति दे दी है। अब मैदान की कुल क्षमता का 50 फीसद भरा जा सकेगा, जिसके जरिए राजनीतिक दल अपनी रैलियों को और कामयाब कर सकेंगे। चुनाव आयोग ने न केवल रैलियों को लेकर छूट दी है बल्कि डोर टू डोर प्रचार करने में भी 2 घंटे का अतिरिक्त समय राजनीतिक दलों और निर्दलीय प्रत्याशियों को दिया है। चुनाव आयोग ने कोविड-19 स्थितियों की शनिवार को समीक्षा के बाद यह निर्णय लिया है कि भारत में कोरोना के केस घट रहे हैं, जिसकी वजह से प्रचार में और अधिक छूट दी जा सकती है।
चुनाव आयोग की ओर से यह दिशा निर्देश शनिवार को जारी किए गए। बता दें कि पहले डोर टू डोर प्रचार का समय रात 10:00 बजे से सुबह 8:00 बजे तक बंद था। लेकिन अब यह समय रात 10:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक ही बंद रहेगा। सुबह 6:00 बजे के बाद प्रचार किया जा सकेगा, जिससे प्रत्याशियों को प्रचार करने का और अधिक वक्त मिलेगा। रैलियों को लेकर अब तक चुनाव आयोग का यह निर्देश था कि रैली स्थल की क्षमता का 30% भरकर सभाएं की जा सकेगी। अब इस क्षमता को बढ़ाकर 50% कर दिया गया है। इससे पहले से अधिक बड़ी रैलियों का आयोजन भी राजनीतिक दल कर सकेंगे।
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गौरतलब है कि अभी केवल पहले चरण का ही मतदान उत्तर प्रदेश में हुआ है कि चरणों का चुनाव अभी और बाकी है। दूसरे चरण का चुनाव प्रचार कल शाम 5:00 बजे के बाद समाप्त हो गया, जिसका सीधा अर्थ है कि चुनाव आयोग के निर्देशों का पालन वास्तविकता में तीसरे चरण के प्रचार के लिए ही किया जा सकेगा। तीसरे चरण का चुनाव प्रचार का अभियान 18 फरवरी को शाम 5:00 बजे समाप्त हो जाएगा।