लखनऊ: उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद अखिलेश यादव को नेता विपक्ष चुन लिया गया है। इस बीच समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करने वाले राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने शनिवार को समाजवादी पार्टी कार्यालय पहुंचकर अखिलेश यादव से मुलाकात की। उन्होंने लखनऊ में रालोद कार्यालय में नवनिर्वाचित आठ विधायकों तथा पार्टी के नेताओं के साथ भी बैठक कर पार्टी के विस्तार और जमीनी सक्रियता पर बल दिया।
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लोकसभा सीट छोड़कर विधायक पद बरकरार रखते हुए अब यूपी की राजनीति में ही सक्रिय रहने का फैसला किया है। इसके बाद सपा विधायकों ने उन्हें विधायक दल का नेता चुन लिया है। इससे तय है कि यूपी में अब अखिलेश यादव ज्यादा एक्टिव रहंगे। इस बीच जयंत चौधरी शनिवार को अपनी पार्टी विधायकों के साथ बैठक करने के बाद सीधा विक्रमादित्य मार्ग पर समाजवादी पार्टी के कार्यालय पहुंचे और उन्होंने यहां उन्होंने अखिलेश यादव से करीब 45 मिनट तक वार्ता की।
बताया गया है कि जयंत चौधरी ने इस भेंट के दौरान समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के उत्तर प्रदेश विधानसभा सदस्य बने रहने के फैसले का स्वागत किया है। जयंत चौधरी ने कहा कि हम अखिलेश यादव के फैसले का सम्मान करते हैं। उन्होंने अब विधानसभा में रहने का जो फैसला लिया है, उसके दूरगामी सफल परिणाम होंगे। विधानसभा में विपक्ष मजबूती के साथ सत्ता पक्ष को घेरने का काम करेगा।
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पत्रकारों से बातचीत में जयंत चौधरी ने कहा कि हम चुनाव परिणामों की नए सिरे से समीक्षा कर रहे हैं। किसानों के लिए संघर्ष और पिछड़ों को सामाजिक न्याय दिलाने की लड़ाई जारी रहेगी। पार्टी का मुख्य फोकस युवाओं और महिलाओं पर होगा। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के साथ वह लंबी पारी खेलेंगे और लोकसभा चुनाव भी साथ मिलकर लड़ेंगे।
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