लखनऊ: जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा के मामले में उपद्रवियों के खिलाफ पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। इस मामले में अब तक 304 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें सबसे ज्यादा प्रयागराज से 91, सहारनपुर से 71, हाथरस से 51, मुरादाबाद से 34, अंबेडकर नगर से 34 और फिरोजाबाद से 15 उपद्रवी गिरफ्तार हुए हैं। इसके अलावा अलीगढ़ से 6 और जालौन से 2 उपद्रवी गिरफ्तार किए गए हैं। इनमें से 13 मुख्य आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। फिलहाल पुलिस अभी भी हिंसा में शामिल आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है। अभी और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

बता दें कि हजरत मोहम्मद साहब पर पूर्व बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा की टिप्पणी को लेकर देशभर के कई हिस्सों में यह हिंसा भड़की है। मुस्लिम समुदाय के लोग नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। सबसे पहले 3 जून को जुमे की नमाज के बाद कानपुर के परेड चौराहे पर जबरदस्त पथराव हुआ था। उस दिन कानपुर देहात में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरान भी था। वीवीआईपी मूवमेंट के दौरान इस तरह की घटना मामले को और संवेदनशील बनाती है।

कानपुर हिंसा के बाद यह सिलसिला जारी रहा और 10 जून को जुमे की नमाज के बाद फिर हिंसा भड़क गई। इस दिन भी प्रयागराज, सहारनपुर, हाथरस और मुरादाबाद समेत कई शहरों में जबरदस्त पत्थरबाजी हुई। इस दौरान सुरक्षा में तैनात कई पुलिस अधिकारियों, सुरक्षाकर्मियों समेत जिलाधिकारी के घायल होने की खबरें आईं। हालांकि सुरक्षा के लिहाज से पूरे प्रदेश भर में पुलिस मुख्यालय की तरफ से जुमे की नमाज के दिन एलर्ट जारी किया गया था और भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात किया गया था, लेकिन इसके बावजूद यह हिंसा हुई।

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इस मामले का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं संज्ञान लिया था और इसके लिए प्रदेश भर के अधिकारियों के साथ बैठक की है। मुख्यमंत्री ने उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं। इसके चलते पुलिस ने बीते शुक्रवार तक उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 227 लोगों को गिरफ्तार कर लिया था। वहीं आज रविवार को पुलिस की तरफ से जारी ताजे आंकड़ों के मुताबिक 304 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

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