लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने कम बारिश की वजह से खेती किसानी पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर गुरुवार शाम सीएम आवास पर बैठक बुलाई है। बैठक में कृषि और जलशक्ति विभाग के मंत्री व अधिकारी मौजूद रहेंगे। उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में से अधिकतर में बारिश बहुत कम हो रही है। आज सावन का पहला दिन है, इसके बावजूद बारिश के आसार कहीं नहीं नजर आ रहे हैं। इसकी वजह से सरकार को इस बात की चिंता सताने लगी है कि कहीं उत्तर प्रदेश सूखे का शिकार न हो जाए, इसीलिए सरकार ने अति महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है।
बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जल शक्ति विभाग के अफसरों से वर्तमान स्थिति और भविष्य के आकलन पर चर्चा करेंगे और उनको जरूरी दिशा-निर्देश जारी करेंगे। खास तौर पर विंध्य क्षेत्र और बुंदेलखंड क्षेत्र को लेकर समस्या अधिक है। क्योंकि यहां पर सूखे का प्रभाव अधिक पड़ता है। इसके अलावा अलग-अलग फसलों पर सूखे संबंधित असर का आकलन करेंगे। साथ ही बिजली की निर्बाध आपूर्ति पर भी बात करेंगे, ताकि ट्यूबवेल के जरिए किसान धान की खेती कर सकें।
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जलशक्ति और सिंचाई विभाग के सामने अचानक यह चुनौती आ गई है, क्योंकि दोनों ही विभाग बाढ़ की तैयारियों में जुटे हुए थे। लेकिन, बाढ़ के विपरीत इस बार सूखे की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। उत्तर प्रदेश में लगातार कई साल से बारिश औसत हो रही है। इसकी वजह से इस तरह की परेशानियां सामने नहीं आई हैं। लेकिन, इस बार आशंका है कि उत्तर प्रदेश को सूखे का सामना करना पड़ सकता है।