बर्मिंघम: विश्व चैंपियन निकहत जरीन ने रविवार को कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में महिलाओं के 50 किग्रा लाइट फ्लाईवेट मुक्केबाजी का फाइनल मुकाबला जीतकर भारत को स्वर्ण पदक दिलाया। 26 साल की जरीन ने उत्तरी आयरलैंड की कार्ली मैकनॉल को फाइनल में हराया। निकहत इसी साल मई में वर्ल्ड चैंपियन बनी थीं। अब उन्होंने डेब्यू कॉमनवेल्थ गेम्स में पीला तमगा हासिल किया है। निकहत ने भारत को 17वां गोल्ड दिलाया। इसके साथ ही भारत के पदकों की संख्या अब 48 पहुंच गई है। वहीं भारत कॉमनवेल्थ गेम्स की टैली में न्यूजीलैंड को पछाड़ कर चौथे नंबर पहुंच गया है।
बता दें कि जरीन से पहले भारतीय मुक्केबाज अमित पंघल और नीतू गंघास ने अपने दबदबे भरा प्रदर्शन जारी रखते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किए। इन दोनों मुक्केबाजों ने अपने मुकाबलों के फाइनल में मेजबान देश इंग्लैंड के प्रतिद्वंद्वी को पराजित किया। पंघल ने इस तरह पिछले चरण के सिल्वर मेडल का रंग बेहतर किया। उन्होंने पुरुषों के फ्लाईवेट (48-51 किग्रा) वर्ग में यूरोपीय चैम्पियनशिप के सिल्वर मेडल विजेता मैकडोनल्ड कियारान को 5-0 के अंतर से मात दी।
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