नोएडा: नोएडा का ट्विन टावर एक बटन दबाकर ही ध्वस्त कर दिया गया। देखते ही देखते मात्र 12 सेकेंड में कुतुबमिनार से सात-आठ मीटर ऊंची इमारत मलबे के ढेर में बदल गई। इसी के साथ भ्रष्टाचार पर करारा प्रहार करते हुए सुपरटेक ट्विन टावर्स को इतिहास में दर्ज कर दिया गया। दिल्ली के कुतुब मीनार से भी ऊंची 100 मीटर की इन इमारतों को गिराने के लिए 37,00 किलोग्राम से अधिक विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया। उच्चतम न्यायालय ने एमराल्ड कोर्ट सोसाइटी परिसर के बीच इस निर्माण को नियमों का उल्लंघन बताया था, जिसके बाद इन्हें ढहाने का काम किया गया। धवस्तीकरण की इस कार्रवाई में किसी तरह की सुरक्षा चूक न हो, प्रशासन की तरफ से इसकी पुख्ता तैयारी की गई।

विस्फोट के बाद भारी धुएं का गुबार उठा और दिन में अंधेरा छा गया। सुपरटेक के ट्विन टावर्स ध्वस्त होने के बाद धूल अगले तीन से चार दिनों तक लोगों को परेशान कर सकती है। इससे बचने के लिए बच्चों और बुजुर्गो को मास्क लगाने की जरूरत पड़ेगी। सुपरटेक ट्विन टावर्स विध्वंस पर अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि इन अवैध ट्विन टावरों को सुप्रीम कोर्ट द्वारा सख्त कार्रवाई में ध्वस्त करने का आदेश दिया गया था। ये एक संदेश देगा कि राज्य में अवैध काम बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

इसे भी पढ़ें–  आजमगढ़ में पुल से टकरा कर पलटी कार, 5 लोगों की मौत

बता दें कि नोएडा में ट्विन टावर गिराने को लेकर जिस कंपनी को ये टास्क मिला था, उसने पहले भी कई बल्डिंग गिराई है। इस कंपनी ने अफ्रीका, दुबई, कोच्चि में बिल्डिंग गिराई है। कंपनी का नाम है Jet demolition है। गौरतलब है कि दिल्ली के कुतुब मीनार से भी ऊंची 100 मीटर की इन इमारतों को गिराने के लिए 37,00 किलोग्राम से अधिक विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया।

Share this:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *