कोलकाता: समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक कोलकाता में चल रही है। इस बैठक में धार्मिक प्रतीकों, किताबों और धर्म गुरुओं पर टिप्पणी के मामले पर चर्चा हुई है। सूत्रों के मुताबिक सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी के सभी नेताओं को ऐसे किसी भी मामले पर टिप्पणी नहीं करने की हिदायत दी है। पार्टी के सभी नेताओं को इन मुद्दों पर कुछ भी बोलने से बचने को कहा गया है। इसके अलावा लोकसभा चुनाव में सपा जातीय जनगणना और पिछड़े समाज के लोगों पर जोर देगी।
समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी के खिलाफ रणनीति पर मंथन किया जा रहा है। इस बैठक में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव, रामगोपाल यादव समेत सपा के तमाम बड़े जनप्रतिनिधि, पदाधिकारी और सभी राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष शामिल है। सूत्रों के मुताबिक बैठक में धार्मिक प्रतीकों किताबों धार्मिक गुरूओं पर टिप्पणी करने पर चर्चा हुई और पार्टी के नेताओं का ऐसा न करने का कहा है।
आपको बता दें कि सपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 18 और 19 मार्च तक चलेगी। अखिलेश यादव इसमें शामिल होने के लिए शुक्रवार को ही कोलकाता पहुंच गए थे। जहां उन्होंने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से भी मुलाकात की थी। दोनों नेता बिना कांग्रेस के नए मोर्चे के साथ आगे बढ़ने पर सहमत हुए हैं।
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