मऊ: जिले के बड़राव ब्लाक के अमिला ग्राम पंचायत में कराए गए विकास कार्यों में हेराफेरी के आरोप में सेक्रेटरी को निलंबित कर दिया गया है. सेक्रेटरी को 12 लाख रुपयों के घोटाले के चलते निलंबित किया गया है. बता दें कि दिसंबर महीने में 44 लाख का भुगतान लिया गया था.
ग्राम प्रधान का कार्यकाल समाप्त होने से पहले दिसंबर माह में ग्राम निधि खाते से भुगतान लेने वाली ग्राम पंचायतों की जांच मंडलायुक्त की ओर से कराई जा रही है. इससे पहले ही जिला प्रशासन ने भी कार्यकाल समाप्त होने वाले दिसंबर महीने में अधिक धन आहरित करने वाली ग्राम पंचायतों की जांच कराना शुरु कर दिया.
सीडीओ राम सिंह वर्मा ने स्वयं तकनीकी विशेषज्ञों को लेकर अमिला ग्राम पंचायत में कराए गए विकास कार्यों की जांच की. सीडीओ के नेतृत्व में तीन दिनों तक चली जांच में 12 लाख की हेराफेरी सामने आई. इसमें ग्राम पंचायत सचिव और निवर्तमान प्रधान की मिलीभगत पाई गई. इसके बाद जांच समिति ने दोनों से 12 लाख रुपयों की रिकवरी करने का निर्देश दिया गया. वहीं सचिव सुनील कुमार पटेल को निलंबित कर दिया गया है.