लखनऊ: उत्तर प्रदेश में इन दिनों एम्बुलेंस कर्मियों का धरना-प्रदर्शन लगातार जारी है। इस बीच सरकार द्वारा एम्बुलेंस कर्मियों पर सख्त कदम उठाए जा रहा हैं। सरकार द्वारा एस्मा लागू कर करीब 570 कर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया है। वहीं पुलिस की मदद से एम्बुलेंस कर्मियों से एंबुलेंस लेकर दूसरे चालकों को सौंप दिया गया है। वहीं एंबुलेंस सेवा देने वाली कंपनी का दावा है कि मरीजों को सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
बता दें कि प्रदेश में पिछले चार दिनों से एम्बुलेंस कर्मी हड़ताल पर हैं। इन दौरान मरीजों को एम्बुलेंस के लिए काफी परेशानी भी हो रही है। ऐसे में बुधवार को प्रदेश के कई जिलों में पुलिस और प्रशासन की मदद से एंबुलेंसकर्मियों से एंबुलेंस वापस ले ली गई और इन्हें दूसरे चालकों को सौंप दिया गया। वहीं पूरे मामले को लेकर जीवीके ईएमआरआई के सीनिर वाइस प्रेसीडेंट टीवीएसके रेड्डी ने कहा कि लोगों की जिंदगी बचाने के लिए एंबुलेंस सेवा में किसी तरह की बाधा डालने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि करीब 570 लोगों को बर्खास्त किया जा चुका है। आगे भी सेवा बाधित करने का प्रयास करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कर्मचारियों से अपील की कि किसी के बहकावे में ना आकर ड्यूटी ज्वाइन करें। दूसरी तरफ एंबुलेंस कर्मचारी संघ के संगठन मंत्री नीतिश कुमार ने कहा कि पूरे प्रदेश में हड़ताल चल रही है। विभिन्न जिलों से एंबुलेंसकर्मी लखनऊ के लिए निकल पड़े हैं। लखनऊ पहुंचकर ईको गार्डेन में एम्बुलेंसकर्मियों का धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा।
इसे भी पढ़ें– हड़ताल पर बैठे एम्बुलेंस कर्मियों पर देर रात छापेमारी, प्रशासन ने छीनी चाबी