मऊ : भगोड़ा घोषित विधायक अब्बास अंसारी ने कोर्ट में सरेंडर किया। पुलिस टीम को चकमा देकर अब्बास, अधिवक्ता के साथ कोर्ट पहुंचा। एमपी/एमएलए की कोर्ट श्वेता चौधरी की अदालत में हेट स्पीट मामले में अब्बास ने सरेंडर किया। बता दें कि पुलिस काफी समय से उसकी तलाश कर रही थी, लेकिन पुलिस अब्बास अंसारी को पकड़ने में कामयाब नहीं हुई। आखिरकार शुक्रवार की दोपहर को अब्बास अंसारी के साथ ही मंसूर और उमर अंसारी ने भी मऊ न्यायालय में सरेंडर कर दिया। इस खबर से कोर्ट परिसर में कोहराम मच गया।
बता दें कि दो दिन पहले यानि बुधवार को अब्बास अंसारी को सुप्रीम कोर्ट से आर्म्स एक्ट के केस में अंतरिम राहत मिली थी। इसके साथ ही यूपी सरकार को निर्देश दिया गया था कि वह आगामी आदेश तक अब्बास के खिलाफ कोई प्रतिबंधात्मक कार्रवाई न करें। अब्बास अंसारी की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
दरअसल, अब्बास अंसारी मऊ से सुभासपा के विधायक हैं। गत दिवस एमपी-एमएलए कोर्ट ने उनकी संपत्ति जब्त करने का आदेश दिया था। अब्बास अंसारी के खिलाफ यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान भड़काऊ भाषण देने के आरोप में मऊ में केस दर्ज किया गया था। मामले में एसीजेएम एमपी-एमएलए कोर्ट ने विधायक अंसारी व उसके भाई उमर अंसारी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था।
गिरफ्तारी पर रोक लगते ही अब्बास सैफई पहुंचे और अखिलेश यादव से मुलाकात भी की। दोनों के मुलाकात की फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई। बुधवार को कोर्ट से राहत मिलने के बाद गुरुवार को अब्बास अंसारी सैफई पहुंचे और मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि दी। नेता जी को श्रद्धांजलि देने के बाद अब्बास अंसारी ने फेसबुक पर एक पोस्ट भी किया और बताया कि नेताजी उनके परिवार के कितने करीब थे।
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