नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा का सोमवार को निधन हो गया. मोतीलाल वोरा का निधन 93 वर्ष की उम्र में हुआ है. खराब सेहत की वजह से मोतीलाल वोरा को ररिवार की रात ही एस्कॉर्ट हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था. बता दें कि मोतीलाल वोरा ने ररिवार को ही अपना जन्मदिन मनाया था. लंबे समय तक कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रहे मोतीलाल वोरा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री और उत्तर प्रदेश के राज्यपाल भी रह चुके रह चुके हैं. बढ़ती उम्र का हवाला देकर राहुल गांधी ने 2018 में उन्हें कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी से मुक्त किया था.
मोतीलाल वोरा का राजनीतिक करियर
वर्ष 1972 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतकर मोतीलाल वोरा मध्यप्रदेश विधानसभा के सदस्य (विधायक) बने. इसके बाद वर्ष 1977 और फिर 1980 में भी वह लगातार चुनाव जीतकर विधायक निर्वाचित हुए. मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह ने मोतीलाल वोरा को अपनी कैबिनेट में मंत्री बनाया. 13 मार्च 1985 को मोतीलाल वोरा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बने. 13 फरवरी 1988 को उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया. मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद उन्हें राज्यसभा सदस्य बनाया गया.
1983 में इंदिरा गांधी सरकार में वोरा को कैबिनेट मंत्री बनाया गया था. उनको स्वास्थ्य, परिवार कल्याण और नागरिक उड्डयन मंत्रालय का दायित्व सौंपा गया. इंदिरा गांधी की हत्या के बाद 1985 में वोरा ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री का पद संभाला. इसके बाद राजीव गांधी सरकार में भी वोरा शामिल हुए, जब राज्यसभा के सदस्य के तौर पर उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया था.
16 मई 1993 को मोतीलाल वोरा उत्तर प्रदेश के राज्यपाल बनाए गए, लेकिन वोरा 1998 में लोकसभा चुनाव जीत संसद पहुंच गए. मोतीलाल वोरा करीब 50 सालों से कांग्रेस के साथ संगठन और सरकारों में जुड़े रहे.
.