मऊ: जिले में दूसरे चरण के तहत गुरुवार को तीसरे दौर का टीकाकरण किया गया। इस दौरान नौ केंद्रों पर टीकाकरण किया गया। टीकाकरण के लिए इन सभी 9 अस्पतालों में 14 केंद्र बनाए गए थे। गुरुवार को जिले में 2074 फ्रंटलाइन वर्करों में से 1706 को टीका लगाया गया, जो लक्ष्य के सापेक्ष 82.3 फीसदी है।
जिले में अब तक कराए गए टीकाकरण के दौर में गुरुवार को सबसे ज्यादा टीकाकरण किया गया। 2074 लक्ष्य के सापेक्ष 1706 फ्रंटलाइन वर्करों ने टीकाकरण कराया। टीकाकरण का ग्राफ 9 अस्पतालों में सर्वाधिक 93.2 प्रतिशत का रिकार्ड घोसी सीएचसी का रहा। घोसी में 117 में से 109 फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण किया गया। वहीं फतेहपुर मंडाव में 227 में से 188, जिला महिला अस्पताल में 533 में से 485, जिला अस्पताल में 477 में से 402, मोहम्मदाबाद गोहना में 286 में से 189, परदहां में 334 में से 252, रतनपुरा सीएचसी पर 100 में से 81 लोगों ने टीका लगवाया। टीकाकरण को लेकर सीएमओ डॉ. सतीशचंद्र सिंह, जिला प्रतीरक्षण अधिकारी डॉ. वीके यादव आदि सुबह से शाम तक केंद्रों पर पहुंचकर मानीटरिंग करते रहे।
गुरुवार को कराए गए टीकाकरण के दौरान फ्रंटलाइन वर्करों में सिपाही होमगार्ड के साथ पंचायती राज कर्मचारियों को टीका लगाने का लक्ष्य था। पुलिसकर्मी, होमर्गाडों के साथ पंचायती राज के कर्मचारी भी टीकाकरण को लेकर काफी उत्साहित थे। इस दौरान सभी कर्मचारी समय से केंद्र पर टीकाकरण कराने के लिए पहुंचे। हालांकि सुरक्षा के इंतेजाम ठीक न होने की वजह से काफी भीड़ इकट्ठा हो गई और टीकाकरण के लिए बनाया गया स्थल छोटा पड़ गया।
जिला अस्पताल और महिला अस्पताल में बनाए गए केंद्रों पर भारी भीड़ जमा हो गई। भीड़ के चलते फ्रंटलाइन वर्करों के बीच सोशल डिस्टेसिंग का मानक टूट गया। महिला जिला अस्पताल में ओपीडी से लेकर चौथे तल तक केवल फ्रंटलाइन वर्कर्स नजर आ रहे थे। वहीं जिला अस्पताल में मुख्य गेट से लेकर टीकाकरण केंद्र तक फ्रंटलाइन वर्करों की लाइन नजर आई। काफी मशक्कत के बाद स्वास्थ्य, पुलिस और प्रशासन के नोडल अधिकारियों ने मामले को संभालते हुए टीकाकरण संपन्न कराया।