मऊ: जिले में होने वाले ग्राम पंचायत चुनाव के लिए जारी होने वाली आरक्षण सूची को निर्धारित समय से एक दिन पहले ही सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। इसमें दोहरीघाट ब्लाक के पिपरा गांव के एक सफाईकर्मी के शामिल होने की बात सामने आई है। सोशल मीडिया पर आरक्षण सुची वायरल होने के बाद पूरे जिले में हड़कंप मच गया। वहीं अधिकारियों और प्रशासन पर भी सवाल उठने शुरू हो गए।
इन सब को देखते हुए जिलाधिकारी ने आरक्षण सूची वायरल होने को लेकर जांच के निर्देश दिए। इसके बाद मामले की जांच डीपीआरओ ने सहायक विकास अधिकारी दोहरीघाट को सौंपी थी। सहायक विकास अधिकारी ने पूरे मामले की जांच कर डीपीआरओ को रिपोर्ट सौंपी। जांच रिपोर्ट में दोहरीघाट ब्लाक के पिपरा ग्राम पंचायत के सफाई कर्मी सुखदेव को दोषी पाया गया। सोशल मीडिया पर आरक्षण सूची वायरल करने सहित कई अन्य मामलों में डीपीआरओ ने सफाई कर्मी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।