मऊ: यूपी में होने वाली त्रिस्तरीय ग्राम पंचायत चुनाव की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। पंचायत चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामांकन से पहले आरक्षण सूची जारी कर दी गई है। वहीं आरक्षण सूची जारी करने के बाद इस सूची पर आपत्तियों की मांग की गई थीं। इसके तहत शुक्रवार तक आरक्षण सूची के विरोध में 250 आपत्तियां दर्ज की गई हैं। इनमें से ज्यादातर आपत्तियों में प्रधान पद के लिए आरक्षण की प्रक्रिया को चुनौती दी गई है।
पंचायत चुनाव के लिए दर्ज आपत्तियों में कहा गया है कि अवरोही चक्रानुक्रम में गांवों की जनसंख्या और मतदाताओं की संख्या को नजरअंदाज किया गया है। आरक्षण को लेकर आपत्तियों का सिलसिला रोजाना बढ़ रहा है। आपत्तिकर्ताओं का दावा है कि अवरोही चक्रानुक्रम में किया गया आरक्षण मानक के दिशा-निर्देशों को पूरा नहीं करता है। लोगों का कहना है कि आरक्षण सूची में कई बिंदुओं पर ध्यान नहीं दिया गया है। इसके चलते काफी संख्या में आपत्तियां आ रही हैं। वहीं जानकारों का कहना है कि भारी संख्या में आ रही आपत्तियां इस बात की पुष्टि करती हैं कि गाइडलाइन का ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ पालन नहीं किया गया है।