मऊ: जिले में स्कूलों की फीस माफी को लेकर शुक्रवार को अभिभावक छात्र एकता मंच की ओर से हस्ताक्षर कैंपेन चलाया गया। इस दौरान गोष्टी के लिए पर्चा बांटा गया। साथ ही विद्यालय में छात्रों से हस्ताक्षर भी कराया गया। भारी मात्रा में छात्रों ने हस्ताक्षर कर अपना समर्थन दिया।
इस मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता राजविजय यादव ने कहा कि प्राइवेट विद्यालयों के प्रबंधकों द्वारा करोना काल के समय से अब तक की जो बकाया फीस है, उसकी वसूली के लिए दबाव डालना शुरू हो गया है। जब करोना काल में विद्यालय बंद थे और सबसे बड़ी बात यह है कि करोना काल में सारी व्यवस्थाएं बंद होने के कारण पहले से ही परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहा है। ऐसे हालात में विद्यालयों की फीस जमा करना किसी भी एक परिवार के लिए मुश्किल भरा समय है। उन्होंने कहा कि सरकार और जिला प्रशासन मामले का संज्ञान ले। प्राइवेट विद्यालयों की ओर से वसूली जाने वाली फीस माफ हो अन्यथा जिले में एक बड़ा आंदोलन होगा।
वहीं पूर्व महामंत्री छात्र संघ रविंद्र कुमार साहनी ने कहा कि 13 मार्च को हिंदी भवन- मऊ में 1 बजे गोष्ठी सभा आयोजित की जाएगी। इसमें अभिभावक, छात्र और सामाजिक कार्यकर्ता भी उपस्थित रहेंगे। अभिभावकों से उन्होंने अपील की है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में अभिभावक उपस्थित हों। यह लड़ाई आपकी है, हम आपके साथ मिलकर लड़ेंगे।
वहीं छात्र नेता दीपक चंद्रा ने कहा कि आज जहां मध्यमवर्गीय परिवार करोना काल के बाद जिसकी हालात अभी सुधरी ही नहीं है और स्कूलों से दबाव आना शुरू हो चुका है कि बच्चों की फीस जमा हो। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल है कि मध्यम वर्गीय परिवार फीस कहां से जमा करेगा। सरकार वर्तमान समय में परिस्थितियों को देखते हुए मध्यम वर्गीय परिवार के साथ खड़े होने का काम करे अन्यथा हम बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
इस दौरान जनार्दन यादव जिलाध्यक्ष युवा शक्ति संघ, गगन कुमार,संगम राज, भीमसेन यादव, ओसामा अंसारी, विक्की कुमार, सोनू कुमार, विजय बहादुर साहनी, रवि प्रकाश यादव, शिव शंकर कुमार, पंकज यादव, अमित गोण पूर्व छात्र महामंत्री, बलवंत यादव, भोलु दुबे, गोलु, खालिद खान, नौसाद अहमद, राजनयन कुमार, अभिषेक और सुनील सहित अन्य युवा नेता उपस्थित रहे।