लखनऊ: देशभर में कोरोना के मामले एक बार फिर से रफ्तार के साथ बढ़ रहे हैं। गुरुवार को देश में कोरोना के 81 हजार से ज्यादा मामले आए। वहीं यूपी में भी कोरोना के मामले अब 2600 के पार जा रहे हैं। कोरोना की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को उच्चस्तरीय बैठक कर कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की। बैठक के दौरान सीएम योगी ने कक्षा एक से आठ तक के सभी स्कूलों को 11 अप्रैल तक बंद रखने के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी ने सभी आलाधिकारियों से कहा है कि कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराया जाए। उन्होंने कहा है कि इस दौरान लापरवाही बरतने वालों पर सख्ती बरती जाए।
सीएम योगी ने निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश में कोरोना टेस्टिंग का कार्य पूरी क्षमता से किया जाए। फोकस टेस्टिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए। बालिका संरक्षण गृह, वृद्धाश्रम, अनाथाश्रम, रेजिडेन्शियल स्कूल आदि में कोविड-19 की टेस्टिंग प्राथमिकता पर की जाए। बता दें कि इससे पहले प्रदेश भर में एक से आठ तक के सभी परिषदीय व निजी स्कूलों को चार अप्रैल तक बंद किया गया था। हालांकि इस दौरान जिन विद्यालयों में परीक्षा चल रही है, उन्हें खोलने की अनुमति दी गई थी।
दरअसल, प्रदेश में बीते एक सप्ताह के दौरान नए केसों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिली। ऐसे में कोरोना से ज्यादातर प्रभावित 30 जिलों में नए अस्पताल शुरू करने का फैसला लिया गया है। प्रदेश में सबसे ज्यादा तीन हजार से अधिक मरीज लखनऊ में होने के कारण यहां लेवल-2 और लेवल-3 के 10 अतिरिक्त कोरोना अस्पताल खोले जाने हैं। इसके अलावा मेरठ, सीतापुर, कानपुर, इटावा, झांसी, वाराणसी, बुलंदशहर, बरेली, फिरोजाबाद, मथुरा, भदोही, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, अमरोहा, मुरादाबाद, बिजनौर, हापुड़, गाजियाबाद, नोएडा, बाराबंकी, अयोध्या, प्रयागराज व आजमगढ़, गोरखपुर, बांदा, बस्ती, सहारनपुर और पीलीभीत भी शामिल हैं।