मऊ: सदर विधायक मुख्तार अंसारी की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। एक तरफ जहां मुख्तार को पंजाब से यूपी में विभिन्न मामलों की पूछताछ के लिए लाया गया, तो वहीं बांदा जेल में मुख्तार अंसारी कोरोना संक्रमित भी हो गए। वहीं अब मुख्तार अंसारी के खिलाफ मऊ जनपद में एक और मुकदमा दर्ज किया गया है। बता दें कि विधायक विधायक निधि का दुरुपयोग करने के मामले में सरायलखंसी पुलिस ने मुख्तार अंसारी समेत चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पूरे मामले में सरकारी जमीन को धोखाधड़ी से अपने नाम कराने, बिना निर्माण के ही विद्यालय के नाम पर विधायक निधि से 25 लाख रुपये हड़पने का भी आरोप लगाया गया है।
वहीं अपर पुलिस अधीक्षक त्रिभुवन नाथ त्रिपाठी ने बताया कि विधायक निधि का दुरुपयोग करने के मामले में मुख्तार अंसारी और उसके अन्य सहयोगियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। मुख्तार के अन्य सहयोगियों में आनंद यादव, बैजनाथ यादव, संजय सागर पर सरायलखंसी थाने में धोखाधड़ी और अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। उन्होंने बताया कि आनंद यादव और उसके पिता बैजनाथ यादव ने मुख्तार अंसारी और संजय सागर के इशारे पर फर्जी दस्तावेज तैयार करके ग्राम समाज की जमीन अपने नाम करा ली। इसके बाद कागजों पर इस जमीन पर गुरु जगदीश सिंह बैजनाथ पहलवान उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सरवां खोला। कागजों में यह विद्यालय सरवां गांव के आराजी संख्या 1109 पर रकबा 0.064 हेक्टेयर आराजी संख्या -1449 रकबा 0.196 हेक्टेयर पर स्थापित है।
वहीं विधायक मुख्तार अंसारी की निधि से वर्ष 2006-2007 से वर्ष 2017-2018 के बीच विद्यालय के लिए 25 लाख रुपये दिए गए, जबकि हकीकत में विद्यालय का निर्माण ही नहीं किया गया है। वहीं पूरे मामले को लेकर एसपी सुशील घुले ने बताया कि सरकारी जमीन को धोखाधड़ी करके अपने नाम कराने, बिना निर्माण विद्यालय के नाम पर विधायक निधि से रुपये हड़पने का मामला सामने आने पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही है।
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